भारत में सबसे ज़्यादा खाए जाने वाले जंक फूड्स की लिस्ट (Bharat me sabse zyada khaye jane wale junk foods ki list)
Jul 1, 2025
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि “भारत में सबसे ज़्यादा खाए जाने वाले जंक फूड कौन से हैं?” (India ke top junk food kaun se hain?) तो आप अकेले नहीं हैं। आज के दौर में हर उम्र के लोग किसी न किसी रूप में जंक फूड्स का सेवन करते हैं—स्कूल में टिफिन से लेकर ऑफिस कैफेटेरिया तक और स्ट्रीट फूड से लेकर रेस्टोरेंट्स तक।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
- जंक फूड क्या होता है? (junk food kya hota hai)
- भारत में सबसे पॉपुलर जंक फूड्स की लिस्ट
- कौन-कौन से जंक फूड सबसे ज़्यादा नुकसान करते हैं?
- बच्चों और टीनएजर्स में फेवरेट जंक फूड
- जंक फूड से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभाव (junk food ke nuksan)
- कैसे करें जंक फूड की आदत को कंट्रोल (junk food se kaise bachein)
- कुछ बातें जो शायद आपने कभी नोट नहीं की हों
जंक फूड क्या होता है? (junk food kya hota hai)
जंक फूड ऐसे खाने को कहा जाता है जिसमें कैलोरी तो बहुत ज़्यादा होती है लेकिन पोषण बहुत कम या बिल्कुल नहीं होता। ये खाद्य पदार्थ अक्सर तले हुए, ज़्यादा नमक/चीनी वाले और प्रोसेस्ड होते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
भारत में सबसे ज़्यादा खाए जाने वाले जंक फूड्स की लिस्ट (Indian junk food list)
भारत में कुछ जंक फूड्स इतने पॉपुलर हैं कि लोग उन्हें डेली डाइट का हिस्सा बना लेते हैं। नीचे दी गई लिस्ट में वही जंक फूड शामिल हैं जो हर उम्र में बेहद पसंद किए जाते हैं:
जंक फूड | विवरण |
समोसा (samosa) |
डीप फ्राइड, आलू और मसालों से भरा होता है |
पिज़्ज़ा (pizza) |
हाई फैट और सोडियम कंटेंट के साथ, चीज़ से लदी रोटी |
बर्गर (burger) |
प्रोसेस्ड बन्स, डीप फ्राइड टिक्की और फैटी सॉस |
चाऊमीन (chowmin) |
तला हुआ नूडल्स, ज़्यादा सोया सॉस और तेल से बना |
मोमोज़ (momo) |
स्ट्रीट फूड का फेवरेट, कभी-कभी डीप फ्राइड भी |
फ्रेंच फ्राइज़ (French fries) |
डीप फ्राइड आलू, नमक और सॉस के साथ |
कोल्ड ड्रिंक्स (cold drinks) |
हाई शुगर, कोई पोषण नहीं |
चिप्स (chips) |
नमक और फैट से भरे हुए, बार-बार खाए जाते हैं |
बिस्किट्स (biscuits) |
मैदे और रिफाइंड शुगर का कॉम्बिनेशन |
मैगी (इंस्टेंट नूडल्स) (Maggie Noodles) |
हाई सोडियम और कम पोषण |
आइसक्रीम (ice cream) |
ज़्यादा शुगर और फैट का स्रोत |
केक/पेस्ट्री (cake/pastry) |
रिफाइंड शुगर, फैट और आर्टिफिशियल फ्लेवर से भरे |
बच्चों और टीनएजर्स में पॉपुलर जंक फूड्स
- बर्गर और पिज़्ज़ा (Burger aur Pizza)
- चॉकलेट्स और आइसक्रीम (chocolate aur ice cream)
- चिप्स और नमकीन (chips aur namkeen)
- सोडा और एनर्जी ड्रिंक्स (soda aur energy drinks)
- इंस्टेंट नूडल्स (instant noodles)
यही जंक फूड्स स्कूलों और ट्यूशन ब्रेक्स में सबसे ज़्यादा बिकते हैं।
जंक फूड खाने से शरीर पर क्या असर होता है? (junk food ke nuksan)
- वजन बढ़ना:
जंक फूड में कैलोरी बहुत होती है लेकिन पोषण नहीं, जिससे मोटापा बढ़ता है। - डायबिटीज़ का खतरा:
ज्यादा शुगर और प्रोसेस्ड फूड खाने से Type 2 Diabetes का खतरा बढ़ता है। - पाचन तंत्र पर असर:
ज्यादा तेल-मसाले और प्रोसेस्ड चीजें कब्ज, गैस और एसिडिटी बढ़ाती हैं। - स्किन प्रॉब्लम:
जंक फूड का ज्यादा सेवन पिंपल्स और स्किन इन्फ्लेमेशन बढ़ा सकता है। - एकाग्रता में कमी:
अत्यधिक जंक फूड बच्चों और टीनएजर्स में ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
कैसे करें जंक फूड की आदत को कंट्रोल? (junk food se kaise bachein)
- हफ्ते में 1 बार cheat meal: रोज़ नहीं, कभी-कभार खाएं।
- हेल्दी स्नैक्स अपनाएं: मखाना, फल, ड्राई फ्रूट्स, स्प्राउट्स जैसे विकल्प चुनें।
- पानी ज़्यादा पिएं: कभी-कभी भूख नहीं प्यास होती है—कोल्ड ड्रिंक की बजाय पानी पिएं।
- बच्चों को अल्टरनेटिव देना: घर पर हेल्दी बर्गर या होममेड पिज़्ज़ा बनाएं।
- लंच बॉक्स में हेल्दी ऑप्शन: बच्चे का लंच जितना कलरफुल होगा, वो उतना ही उत्साहित होकर खाएगा।
कुछ बातें जो शायद आपने नहीं सोची हों:
- ज़्यादा चिप्स और स्नैक्स खाने से नमक की मात्रा शरीर में असंतुलित हो सकती है, जिससे हाई BP का खतरा बढ़ता है।
- “Low fat” या “Baked” जंक फूड भी ज़रूरी नहीं कि हेल्दी हों — प्रोसेस्ड तो वही रहते हैं।
- बच्चों की आदतें बड़े होकर जीवनशैली बनती हैं, इसलिए आज किया गया बदलाव भविष्य को प्रभावित करता है।
- इंस्टेंट फूड्स में मिलने वाला “Monosodium Glutamate (MSG)” कभी-कभी सिर दर्द और एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
कब डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें?
- अगर बच्चा रोज़ाना चिप्स, बर्गर या कोल्ड ड्रिंक ले रहा है
- वजन तेजी से बढ़ रहा हो
- स्किन पर बार-बार एक्ने या रैशेज हो रहे हो
- खाने की कोई खास चीज़ से एलर्जी हो
अंतिम शब्द: बदलें आदतें, बचाएं सेहत
जंक फूड्स का occasional सेवन सही है, लेकिन रोज़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। अगर हम खुद और बच्चों के लिए हेल्दी विकल्प तैयार करें तो धीरे-धीरे बदलाव आना शुरू हो सकता है।
आहार विशेषज्ञ से सलाह के लिए कॉल करें: +91-8080808069
या नज़दीकी Paras Health अस्पताल में न्यूट्रिशन क्लिनिक विज़िट करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
क्या जंक फूड पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए?
बिलकुल नहीं। कभी-कभी खाने में हर्ज़ नहीं, लेकिन रोज़ नहीं खाना चाहिए।
बच्चों के लिए सबसे हानिकारक जंक फूड कौन सा है?
फ्रेंच फ्राइज़, चिप्स, और कोल्ड ड्रिंक्स – इनमें पोषण शून्य होता है।
क्या बेक्ड चिप्स हेल्दी होते हैं?
थोड़े बेहतर ज़रूर होते हैं, लेकिन फिर भी प्रोसेस्ड और नमक से भरे होते हैं।
क्या घर पर बना पिज़्ज़ा भी जंक फूड है?
नहीं, अगर आप हेल्दी बेस, कम चीज़ और भरपूर सब्ज़ियों से बनाएं तो यह बेहतर विकल्प बन सकता है।
क्या बच्चों को पूरी तरह से मिठाई और स्नैक्स से दूर रखना चाहिए?
नहीं, लेकिन सीमित मात्रा में दें और हेल्दी विकल्प सिखाएं।