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Mar 2, 2024

पारस अस्पताल पटना में डॉ स्नेहा झा ने दिलाई सर्वाइकल कैंसर के पेशेंट को बिना सर्जरी के रेडिएशन थेरेपी से राहत

पारस अस्पताल पटना में डॉ स्नेहा झा ने दिलाई सर्वाइकल कैंसर के पेशेंट को बिना सर्जरी के रेडिएशन थेरेपी से राहत

पारस अस्पताल पटना में डॉ स्नेहा झा ने अत्याधुनिक रेडिएशन थेरेपी से दिलाई 68 साल की सर्वाइकल कैंसर की पेशेंट को राहत I स्टेज 2 कैंसर से ग्रस्त होने के कारण उनका सर्जिकल उपचार नहीं हो सकता था,  टेक्नोलॉजी के सहारे डॉ स्नेहा झा ने पेशेंट का इलाज बिना सर्जरी से कर दी इंदिरा देवी को राहत I

इंदिरा देवी जी को कई महीनों से रजोनिवृत्ति (मीनोपॉज) के बाद भी रक्तस्त्राव की शिकायत हो रही थी I साथ ही साथ उनका वजन घट रहा था और उनके स्वास्थ्य में परिवर्तन भी आ रहा था I अपने रिश्तेदारों  की सलाह से इंदिरा जी पारस अस्पताल के कैंसर सेंटर में पहुंची I डॉ स्नेहा झा ने रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ और टेस्ट्स  करवाने की सलाह दी I रेपर्टस के अनुसार यह स्पष्ट हो गया की इंदिरा  को सर्वाइकल कैंसर है I

डॉ स्नेहा झा, रेडिएशन थेरेपी विशेषज्ञ, पारस अस्पताल पटना के अनुसार, “भारत में ग्रीवा कैंसर के लगभग 1,22,000 नए मामले सामने आते हैं, जिसमें लगभग 67,500 महिलाएं होती हैं I  कैंसर से संबंधित कुल मौतों का 11.1 प्रतिशत कारण सर्वाइकल कैंसर ही है I सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स की लाइनिंग, यानी यूटरस के निचले हिस्से को प्रभावित करता है I सर्विक्स की लाइनिंग में दो तरह की कोशिकाएं होती हैं- स्क्वैमस या फ्लैट कोशिकाएं और स्तंभ कोशिकाएं I गर्भाशय ग्रीवा के क्षेत्र में जहां एक सेल दूसरे प्रकार की सेल में परिवर्तित होती है, उसे स्क्वेमो-कॉलमर जंक्शन कहा जाता है I यह ऐसा क्षेत्र है, जहां कैंसर के विकास की सबसे अधिक संभावना रहती है I गर्भाशय-ग्रीवा का कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और समय के साथ पूर्ण विकसित हो जाता है I”

डॉ स्नेहा झा रेडिएशन थेरेपी विशेषज्ञ आगे और बताती हैं की, “इंदिरा जी को स्टेज २ ग्रीवा कैंसर या सर्वाइकल कैंसर था, और ज़्यदा तर केसेस की तरह उन्होने अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर रखा था I कम्प्लीकेशन के कारण इंदिरा जी का कोई ऑपरेशन नहीं हो सकता था और रोगी के लाभ के लिए उनको एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरेपी की सलाह दी गयी I सर्वाइकल कैंसर के अनुसार उनको ब्रैकीथेरेपी नामक रेडिएशन प्रोसीजर के अन्तर्ग्रत रखा गया I”

डाक्टर स्नेहा झा के अनुसार इस तरह के केस में मरीज को अगर जल्द से जल्द सहीं ईलाज ना मिले तो बीमारी पर निजात पाना नामुमकीन हो जाता है। यहॉ पारस अस्पताल में कैंसर चिकित्सा के लिए एक से बढ़कर एक आधुनिक उपकरण हैं जिनके इस्तेमाल से इस तरह की बीमारी के ईलाज में काफी मदद मिलती है। हमारे यहॉ ओपीडी में ऐसे कई केस रोजाना आते हैं जो बाहर ईलाज कराकर जब हार जाते है तो हमसे सलाह लेने आते है। यहॉ हमारे यहॉ सारी आधुनिक एवं उच्च स्तरीय मषीन उपलब्ध है जिनके जरिये हम उन मरीजों का ईलाज बेहतर ढ़ंग से कर पाते हैं।

रेडिएशन के 5 weeks of external radiotherapy & 3 sitting of internal radiotherapy के बाद आज इंदिरा जी स्वास्थ्य हैं और अब उनको केवल दवाओं का सेवन ही करना है I इंदिरा जी के अनुसार,“पारस कैंसर सेंटर का हमारे इलाज में पूरा सहयोग है I डॉ स्नेहा झा ने सही तरह से हमारा इलाज किया और हमे सही गाइडेंस दी I सर्जरी के नाम से ही मै बहुत दर गयी थी , डॉ स्नेहा झा ने रेडिएशन थेरपी द्वारा हमको एक नया जीवन दिया है ,हम उनके  आभारी हैं I”