55 साल के मोहम्मद रेहमान को मिला पारस कैंसर सेंटर में सफल इलाज I पीलिया और गॉल ब्लैडर में संदिग्ध मांस की शिकायत से पीड़ित रेहमान पारस हॉस्पिटल में विशेष इलाज के लिए आए थे और जाँच के बाद विशेषज्ञों ने उनको ऑपरेशन की सलाह दी I बॉयोप्सी और जाँच के बाद यह पता चला की उनके पित्त वाहिका नली (बाइल डक्ट) में कैंसर है और एक मांस उनके गॉल ब्लैडर में भी स्तिथ है I बिहार के प्रसिद्ध और आई जी एम एस में गैस्ट्रो विभाग के प्रमुख रह चुके डॉ (प्रोफ) सी खंडेलवाल ने मरीज़ को तुरंत राहत दिलाने के लिए यह सलाह दी की ऑपरेशन कर के बाइल डक्ट का ट्यूमर निकल दिया जाए और बयोप्सी से यह पता लगाया जाये की गॉल ब्लैडर में मांस कैंसर है या नही है I
इमरजेंसी ऑपरेशन में रेहमान का बाइल डक्ट निकाल दिया गया और छोटी आँत की नली बनाकर लिवर से जोड़ा गया ताकि पित्त लिवर से आँत आ सकेI ऑपरेशन के दौरान जब गॉल ब्लैडर को जांच के लिए खोला गया तो वहां पर स्तिथ मांस के टुकड़े का सैंपल भी लिया गया I कैंसर का शक होने से उसका भी इलाज़ किया गया I इन्वेस्टीगेशन से यह पता चला की रेहमान के गॉल ब्लैडर में भी कैंसर है I डॉ (प्रोफ) खंडेलवाल ,विभागाध्यक्ष गैस्ट्रो कैंसर सर्जरी, पारस हॉस्पिटल के अनुसार, ” दो जगह पर एक साथ कैंसर होना बहुत ही असामन्य है I इसका कारण कैंसर का पारिवारिक इतिहास, ख़राब जीवन शैली, धूम्रपान, शराब का सेवन या रेडियोएक्टिव पदार्थ का अनावरण हो सकता है I ऐसी परिस्तिथि में सबसे सही होता है कैंसर को सर्जरी से निकल देना I हमने तुरत ही रेहमान के बाइल डक्ट और गॉल ब्लैडर का एक साथ इलाज किया और दोनों ट्यूमरों को मरीज को शरीर से निकाला I” दोनो कैंसर की उत्पत्ति अलग अलग थी I
सर्जरी के बाद रेहमान का प्रभाव और पीलिया और खुजली के लक्षणों से मुक्त हो गया I बाकि सेल्स में कैंसर का प्रभाव न हो जाये इस के लिए रेहमान को कीमोथेरेपी इलाज दिया गया I