पारस हॉस्पिटल दरभंगा की गैस्ट्रो रोग की विशेष टीम ने दिया 25 वर्षीय शबाना खातून को किफायती इलाज और जल्द राहत, निकाला गॉल ब्लैडर से स्टोन बिना सर्जरी के और इस्तमाल किया आधुनिक और नवीनतम उपकरण I दरभंगा की निवासी शबाना को पारस हॉस्पिटल के आपातकालीन विभाग में जॉन्डिस (पीलिया) , पेट में दर्द, सर्दी, मासिक धर्म का न होना, शरीर में अकड़न और फुलाव की शिकायत के साथ लाया गया था I हॉस्पिटल में आते ही वरिष्ठ विशेषज्ञों की टीम ने उनकी प्रारंभिक जांच की और गैस्ट्रो के विशेषज्ञों को तुरंत की आगे की जांच के लिए बुलाया I शबाना का ब्लड प्रेशर भी 60/40 था और डॉक्टर्स के लिए सबसे ज़रूरी था शबाना के स्वास्थ्य सम्बंधित वाइटल्स को स्टेबल करना I
ऐनोट्रोपिक सपोर्ट के साथ शबाना के स्वास्थ्य में स्थिरता लाई गयी और अल्ट्रासाउंड ने यह बताया की उनके कॉमन बाइल डक्ट में एक 1.6 सेंटीमीटर का स्टोन है I एनीमिया के लिए शबाना को खून चढ़ाया गया और उनको एंटी बयोटिक दिए गए ताकि उनके बाइल डक्ट में कोई इन्फेक्शन न हो जाये I कुछ समय बाद डॉ शरद कुमार झा, गैस्ट्रो रोग विशेषज्ञ ने इ आर सी पी प्रोसीजर के द्वारा मुँह से एक पाइप डाल कर स्टोन की पोजीशन देखी I इ आर सी पी से ही डॉ शरद ने बाइल डक्ट से स्टोन को बहार निकाल दिया और तुरंत मरीज को राहत दी I शबाना खातून को 2 दिन के ऑब्जरवेशन के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया I आज वह स्वास्थ्य और अपने इलाज से संतुष्ट हैं I
डॉ शरद के अनुसार , “ गॉल ब्लैडर स्टोन तब होता है जब डाइजेस्टिव फ्लूइड सख्त हो जाता है I यह अक्सर कॉमन बाईल डक्ट में पाया जाता है और 90% केसेस में इनको निकालने के लिए सर्जरी ही की जाती है I पर ऐसे विशेष सेंटर में जहाँ नवीनतम उपकरण और उपचार उपलब्ध हो वहां नॉन इनवेसिव माने बिना सर्जरी के भी इलाज संभव हो जाता है I पारस हॉस्पिटल दरभंगा मिथिला का पहला ऐसा हॉस्पिटल है जो इंटरवेंशनल गैस्ट्रो रोग भी प्रदान करता है I यहाँ अत्याधुनिक, काम्प्लेक्स और असामान्य सभी गैस्ट्रो केसेस – पेट, पित्त, लिवर , गॉल ब्लैडर और बाइल डक्ट से जुड़ी सभी बिमारियों का उपचार होता है I”
शबाना खातून यह बताती हैं की वह पारस हॉस्पिटल और डॉ शरद की बहुत शुक्र गुज़र हैं जिन्होने किफायती और जल्द इलाज करके उनको राहत दी I “हमें लगा था की इलाज के लिए अब पटना या मुंबई जाना होगा, पर सौभाग्य से हमें सही इलाज दरभंगा में ही मिल गया I डॉ शरद हमारे लिए एक फरिश्ता हैं जिन्होंने हमें सही रह दिखाई I मैं आशा करती हूँ की मेरी तरह और भी कई मरीज़ों को यहाँ सही इलाज मिले ताकि उनको बड़े शहर न जाना पड़े I”