पारस हॉस्पिटल पटना के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने किया सिर्फ दवा और एलेक्ट्रोफीसिओलॉजी स्टडीज़ से 45 वर्षीय महिला का असामान्य हृदय रोग का निदान और उपचार – इडियोपैथिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन , एक ऐसी बीमारी जिसमें पल्मोनरी आर्टरी में प्रेशर बढ़ जाता है और मरीज़ के दिल के दाए हिस्से में भी प्रेशर का प्रभाव बढ़ जाता हैI ऐसी बीमारी को अगर सही समय पर उचित इलाज न दिया गया तो वह हार्ट फेलियर और मृत्यु में भी उन्नत हो सकती है I
पटना की निवासी, 45 वर्षीय महिला, सुनीता कुमारी 2009 से दिल की बीमारी से परेशान थीं I उनको कई बार दिल की धड़कन तेज हो जाने के कारण, घबराहट, उलटी और थकान की शिकायत से हॉस्पिटल ले जाना पड़ता था I कई हॉस्पिटल वाले उनकी दिल की धड़कन निरंतर लाने के लिए और दिल के प्रेशर को कम करने के लिए मामूली इलाज कर देते थे , पर सुनीता को कहीं से भी पूरी राहत नहीं मिली I
एक बार फिर दिल के प्रेशर हाई जाने की वजह से सुनीता को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, और इस बार किसी रिश्तेदार की सलाह पर उनको पारस हॉस्पिटल पटना लाया गया I पारस में डॉ अजय सिन्हा ने सुनीता की प्रारंभिक जांच की और तुरंत यह भाव लगा लिया की यह कोई आम बीमारी नहीं हैं I
डॉ अजय कुमार सिन्हा के अनुसार, “इडियोपैथिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन काफी रेयर माने असामान्य हृदय रोग है जो अक्सर गलत तरीके से डयग्नोज़ हो जाता है I सही जांच, निदान और उपचार न मिलने के कारण स्थिति और बिगड़ जाती है I इस बीमारी में बिना किसी कारण पल्मोनरी आर्टरी को आपके दिल से आपके फेफड़ो तक खून पहुंचाती हैं उनमें प्रेशर बढ़ जाता है I ऐसी सिचुएशन अक्सर किसी पूर्व हृदय रोग या सांस और फेफड़ों से सम्भंदित किसी पहली बीमारी की कम्प्लीकेशन से भी हो सकती है I भारत में सही आकड़ें न होने के कारण इस पर इलाज, रिसर्च और फोकस काफी कम है I अमेरिकन आंकड़ों के अनुसार हर 1 मिलियन मरीज़ों में से 1 इडियोपैथिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन से ग्रस्त हो सकता है I यह बीमारी ज्यादातर औरतों में और युवाओं में पायी जाती है I”
डॉ अजय कुमार सिन्हा यह भी बताते हैं की, ” इडियोपैथिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन में प्रेशर के कारण आर्टरीज सिकुड़ जाती हैं और कभी क्लॉट फार्मेशन भी हो जाता है जो रक्त प्रवाह को रोकता है I कई केस में आर्टरीज की नलियां मोटी भी हो जाती है जिससे रक्त नहीं बहता I ऐसे केस में सबसे जरूरी यह है यह जानना कि ब्लड प्रेशर बढ़ने का मुख्य कारण क्या है I इडियोपैथिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन के मुख्य लक्षण हैं सांस फूलना, थकान, चक्कर आना, बेहोशी, पैरों और टखनों में सूजन, छाती के दबाव या दर्द, दिल की धड़कन का तेज़ होना I”
सुनीता को पारस हॉस्पिटल के कार्डियक केयर यूनिट में रखा गया और सही इलाज, मेडिसिन्स और उपचार प्रदान किया गया I आज वह हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो गयी हैं और स्वास्थ्य हैं I
सुनीता जी के अनुसार, ” मेरी बीमारी का निदान और सही इलाज मेरे लिए एक जीवन दान है I बार बार हॉस्पिटल में भर्ती होना और फिर भी स्वास्थ्य नहीं रहना बहुत ही मुश्किल बात थी I पारस हॉस्पिटल पटना में हमें सही और किफायती दामों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ट्रीटमेंट मिली है I हम पारस और डॉ अजय के आभारी हैं I”