Chat with us on WhatsApp

गर्मियों में बच्चों को बीमारियों से कैसे बचाएं? जानिए असरदार टिप्स जो हर पेरेंट्स को जानना चाहिए

गर्मियों में बच्चों को बीमारियों से कैसे बचाएं? जानिए असरदार टिप्स जो हर पेरेंट्स को जानना चाहिए
Book Appointment
By Dr. Arpna Bansal in Paediatrics

Jun 21, 2025

गर्मी का मौसम बच्चों के लिए खेल और मस्ती का समय हो सकता है, लेकिन यह उनके स्वास्थ्य के लिए कई परेशानियां भी लेकर आता है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, बच्चों को लू लगना, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, स्किन रैश, उल्टी-दस्त और फूड पॉइज़निंग जैसी दिक्कतों का खतरा भी बढ़ जाता है।

अगर आप भी ये जानना चाहते हैं कि “बच्चों को गर्मी में कैसे स्वस्थ रखें?”, या फिर “बच्चों को गर्मी में बीमारियों से कैसे बचाएं?” — तो ये ब्लॉग आपके सारे सवालों का जवाब देगा।

गर्मियों में बच्चों को होने वाली आम बीमारियां

गर्मी में तापमान और नमी बढ़ने से बच्चों का शरीर जल्दी थकता है और रोगों की पकड़ में आ जाता है। यहां कुछ आम बीमारियां हैं जो इस मौसम में बच्चों को प्रभावित करती हैं:

लू लगना (Heat Stroke)

  • धूप में ज़्यादा देर खेलने से बच्चे को तेज बुखार, चक्कर और कमजोरी हो सकती है।
  • बच्चों को दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर न निकलने दें।

डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)

  • गर्मी में पसीना ज़्यादा आता है और बच्चा पानी कम पीता है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
  • थकावट, सूखी त्वचा, गहरे पीले रंग का पेशाब इसके संकेत हैं।

उल्टी और दस्त

  • बाहर का या बासी खाना गर्मी में जल्दी खराब हो जाता है, जिससे फूड पॉइज़निंग हो सकती है।

स्किन रैश और सनबर्न

  • गर्म हवाएं और पसीना बच्चों की स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • लाल धब्बे, खुजली, और जलन इसके लक्षण हैं।

वायरल इंफेक्शन और बुखार

  • कमजोर इम्युनिटी के कारण बच्चा जल्दी सर्दी-जुकाम या बुखार की चपेट में आ सकता है।

गर्मियों में बच्चों का खानपान – क्या दें, क्या न दें

बच्चों को क्या खिलाएं?

  • खीरा, तरबूज, खरबूजा, आम (संतुलित मात्रा में)
  • दही, छाछ, नारियल पानी
  • हल्की खिचड़ी, दाल-चावल, फल और हरे पत्तेदार सब्ज़ियां

बच्चों को क्या नहीं देना चाहिए?

  • बासी खाना या बाहर का तला-भुना खाना
  • आइसक्रीम या बर्फीली चीजें बार-बार
  • कोल्ड ड्रिंक्स या बहुत ठंडा पानी

बच्चों को हाइड्रेट कैसे रखें?

  • हर 1-2 घंटे में पानी पिलाएं
  • घर का बना ओआरएस या नींबू पानी दें
  • फलों का रस (बिना चीनी), नारियल पानी बढ़िया विकल्प हैं
  • बच्चा पानी नहीं पी रहा है? तरल वाले फल और फूड्स दें

गर्मियों में बच्चों की देखभाल कैसे करें?

पेरेंट्स को गर्मियों में बच्चों की केयर करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

सही कपड़े पहनाएं

  • हल्के रंग वाले, ढीले और सूती कपड़े चुनें
  • सिंथेटिक फैब्रिक से बचें

धूप से सुरक्षा करें

  • बाहर निकलने से पहले टोपी और छाते का इस्तेमाल कराएं
  • डॉक्टर की सलाह से बच्चों के लिए सनस्क्रीन लगाएं

नहाने और स्वच्छता का ध्यान रखें

  • बच्चों को रोज़ एक बार ठंडे पानी से नहलाएं
  • स्किन को ड्राई रखें, ताकि रैशेस न हों

घर के अंदर ठंडी जगह पर रखें

  • सीधा पंखा या AC की हवा शरीर पर न पड़ने दें
  • कमरे को ठंडा और हवादार रखें

पेरेंट्स के लिए जरूरी गाइड और डेली रूटीन

  • सुबह जल्दी बच्चों को थोड़ा व्यायाम कराएं
  • दिन में हल्का भोजन और पर्याप्त पानी दें
  • दोपहर में बाहर खेलने से बचाएं
  • रात को हल्का खाना और अच्छी नींद का ध्यान रखें

बच्चे की एक्टिविटी, मूड और स्किन पर नज़र रखें
पेशाब का रंग पीला हो तो तुरंत पानी या ओआरएस दें

 

डॉक्टर से कब मिलें?

अगर आपके बच्चे को ये लक्षण दिखें:

  • लगातार बुखार या उल्टी-दस्त
  • कमजोरी, बेहोशी या स्किन पर रैश
  • बार-बार पेशाब का रंग गहरा या कम पेशाब आना

तो तुरंत नजदीकी बाल रोग विशेषज्ञ (Pediatrician) से संपर्क करें।

निष्कर्ष

गर्मी का मौसम बच्चों के लिए जोखिम भरा हो सकता है — लेकिन थोड़ी सी सावधानी और सही जानकारी से आप अपने बच्चों को पूरी तरह सुरक्षित रख सकते हैं।

हाइड्रेशन, स्वच्छता, सही खानपान, और धूप से बचाव – यही चार स्तंभ हैं बच्चों को गर्मी में बीमारियों से बचाने के।

Paras Health के अनुभवी डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए:

अपने शहर के Paras Health सेंटर पर जाएं
Call करें: 8080808069

Dr. Arpna Bansal
Consultant • GENERAL PAEDIATRICS

Meet The Doctor
Book Appointment

Recent Blogs

बच्चों में वायरल फीवर (बुखार): लक्षण, कारण और प्राथमिक उपचार
बच्चों में वायरल फीवर (बुखार) होना बहुत सामान्य समस्या है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होती, इसलिए वे जल्दी इंफेक्शन की चपेट में आ जाते हैं। बदलते मौसम, स्कूल में अन्य बच्चों के संपर्क में आना और वायरस का तेजी से फैलना इसके प्रमुख कारण होते हैं।
Continue Reading
View all Blogs
loading