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एंडोस्कोपी क्या है? एंडोस्कोपी के प्रकार, प्रक्रिया, उपयोग और फायदे

By Dr. Pintu Kumar Singh in General Surgery

Nov 5, 2025

एंडोस्कोपी एक आधुनिक जांच पद्धति है जिसके माध्यम से डॉक्टर शरीर के अंदर झांक कर बीमारी का सही कारण समझ सकते हैं। इसमें एक पतली, लचीली ट्यूब डाली जाती है, जिसे एंडोस्कोप (Endoscope) कहा जाता है। इसके सिरे पर एक कैमरा और लाइट होती है, जिससे अंदरूनी अंगों की तस्वीरें साफ दिखाई देती हैं।

यह जांच बिना बड़ी सर्जरी के की जाती है, इसलिए इसे मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया (Minimally Invasive Procedure) कहा जाता है। एंडोस्कोपी के जरिए डॉक्टर पेट, फेफड़ों, मूत्राशय, गर्भाशय, जोड़ और गले-नाक-कान जैसे हिस्सों की अंदरूनी जांच कर सकते हैं।

आधुनिक तकनीक से अब एंडोस्कोपी केवल डायग्नोसिस (Diagnosis) बल्कि इलाज (Therapeutic Endoscopy) में भी इस्तेमाल होती हैजैसे पॉलिप हटाना, ब्लीडिंग रोकना या बायोप्सी लेना।

एंडोस्कोपी क्यों कराई जाती है (Endoscopy kyo ki jaati hai)

डॉक्टर आमतौर पर एंडोस्कोपी तब करवाने की सलाह देते हैं जब मरीज को ऐसी शिकायतें हों जो सामान्य टेस्ट से नहीं समझ रहीं:

  • लगातार पेट दर्द, एसिडिटी या गैस की समस्या
  • खून की उल्टी या मल में खून आना
  • निगलने में दिक्कत या गले में जलन
  • सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी या ब्लीडिंग
  • बार-बार पेशाब की जलन या दर्द
  • महिलाओं में अनियमित ब्लीडिंग या बांझपन से जुड़ी समस्या

एंडोस्कोपी का उपयोग इन बीमारियों के निदान के लिए किया जाता है:

  • पेट और आंत से जुड़ी बीमारियाँ (जैसे अल्सर, गैस्ट्राइटिस, कैंसर)
  • पित्त नली और अग्न्याशय की बीमारियाँ (ERCP से)
  • फेफड़ों के संक्रमण (Bronchoscopy से)
  • मूत्राशय की जांच (Cystoscopy से)
  • जोड़ या गर्भाशय की जांच (Arthroscopy, Hysteroscopy से)

एंडोस्कोपी प्रक्रिया चरण दर चरण (Endoscopy Procedure Step by Step)

कई मरीजों का सवाल होता है“Endoscopy ka test kaise hota hai?” आइए जानते हैं इसके स्टेप्स:

1. तैयारी (Preparation Before Endoscopy Test)

टेस्ट से पहले 6–8 घंटे तक कुछ भी खाना-पीना नहीं होता ताकि पेट खाली रहे।
कुछ दवाओं जैसे ब्लड थिनर या डायबिटीज मेडिसिन को डॉक्टर रोकने की सलाह देते हैं।
यह भी जरूरी है कि मरीज ढीले कपड़े पहने और टेस्ट से पहले पानी कम मात्रा में ले।

2. एंडोस्कोपी में एनेस्थीसिया (Endoscopy Anesthesia)

प्रक्रिया के दौरान मरीज को लोकल एनेस्थीसिया या हल्की बेहोशी (sedation) दी जाती है ताकि वह आराम महसूस करे और दर्द हो।

3. एंडोस्कोपी कैसे की जाती है (How Endoscopy Is Done)

डॉक्टर एंडोस्कोप को उस हिस्से से अंदर डालते हैं जिसकी जांच करनी होती हैजैसे मुंह, नाक, मूत्रमार्ग या पेट में छोटा चीरा। कैमरे की मदद से डॉक्टर शरीर के अंदरूनी हिस्से को स्क्रीन पर देखते हैं।

4. बायोप्सी या इमेजिंग (Endoscopic Biopsy)

जरूरत पड़ने पर डॉक्टर छोटे टिश्यू सैंपल लेकर उसकी जांच करते हैं ताकि बीमारी की पुष्टि की जा सके।

5. एंडोस्कोपी के बाद देखभाल (Recovery After Endoscopy)

टेस्ट खत्म होने के बाद मरीज को 30–60 मिनट तक आराम दिया जाता है।
हल्का भोजन और पानी 2–3 घंटे बाद लिया जा सकता है।

पूरी प्रक्रिया आम तौर पर 15 से 60 मिनट में पूरी हो जाती है।

एंडोस्कोपी के प्रकार और उनके उपयोग

अब जानते हैं कि एंडोस्कोपी के कितने प्रकार होते हैं और उनका क्या उपयोग है।

1. ऊपरी जीआई एंडोस्कोपी (Upper GI Endoscopy / EGD)

यह जांच मुंह के रास्ते की जाती है ताकि ग्रासनली (Esophagus), पेट (Stomach) और ड्यूओडेनम (Duodenum) को देखा जा सके।

  • एसिडिटी, अल्सर, ब्लीडिंग या गैस्ट्रिक समस्या में की जाती है।
  • इलाज के दौरान डॉक्टर पॉलिप निकाल सकते हैं या ब्लीडिंग रोक सकते हैं।

2. कॉलोनोस्कोपी (Colonoscopy)

यह बड़ी आंत (Colon) और रेक्टम की जांच के लिए की जाती है।

  • कब्ज, ब्लीडिंग या कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान के लिए की जाती है।
  • इससे पॉलिप या ट्यूमर का भी पता चलता है।

3. कैप्सूल एंडोस्कोपी (Capsule Endoscopy)

इसमें मरीज एक छोटी कैमरा कैप्सूल निगलता है, जो पेट और आंतों की हज़ारों तस्वीरें लेती है।

  • यह तकनीक खासकर स्मॉल इंटेस्टाइन (Small Intestine) की जांच में मदद करती है।
  • क्रोहन डिजीज, ब्लीडिंग या ट्यूमर जैसी स्थितियों में उपयोगी है।

4. ईआरसीपी (ERCP – Endoscopic Retrograde Cholangiopancreatography)

यह एंडोस्कोपी लिवर, पित्त नली (Bile Duct) और अग्न्याशय (Pancreas) की जांच के लिए होती है।

  • पित्त की पथरी, जॉन्डिस, ब्लॉकेज या ट्यूमर जैसी स्थितियों में की जाती है।
  • इससे नलियों में फंसे पत्थर निकाले जा सकते हैं।

5. एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (EUS)

यह एंडोस्कोपी और अल्ट्रासाउंड का मिश्रण है।

  • इससे अंदरूनी टिश्यू और ऑर्गन की गहराई तक जांच की जाती है।
  • यह विशेष रूप से पैंक्रियाटिक (Pancreas) और फेफड़ों की बीमारियों के लिए फायदेमंद है।

6. ब्रोंकोस्कोपी (Bronchoscopy)

फेफड़ों और श्वसन नलियों की जांच के लिए की जाती है।

  • लगातार खांसी, सांस लेने में कठिनाई या ब्लीडिंग की स्थिति में की जाती है।
  • इससे फेफड़ों के कैंसर या संक्रमण का पता चलता है।

7. सिस्टोस्कोपी (Cystoscopy)

मूत्राशय (Bladder) और मूत्रमार्ग (Urethra) की जांच के लिए की जाती है।

  • पेशाब में जलन, दर्द या बार-बार इंफेक्शन होने पर यह प्रक्रिया की जाती है।

8. हिस्टेरोस्कोपी (Hysteroscopy)

महिलाओं के गर्भाशय (Uterus) और गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) की जांच के लिए।

  • अनियमित पीरियड्स, फाइब्रॉइड्स और बांझपन के मामलों में की जाती है।

9. आर्थ्रोस्कोपी (Arthroscopy)

यह जोड़ (Joints) की जांच के लिए की जाती हैजैसे घुटना, कंधा या टखना।

  • जोड़ के अंदर की चोट, सूजन या लिगामेंट डैमेज देखने और सुधारने के लिए।

10. लैप्रोस्कोपी (Laparoscopy)

यह पेट या पेल्विक क्षेत्र की एंडोस्कोपी है।

  • हर्निया, एपेंडिक्स, ओवरी सिस्ट या इंफर्टिलिटी से जुड़ी जांच के लिए की जाती है।
  • इसे “Keyhole Surgery” भी कहा जाता है क्योंकि इसमें बड़ा कट नहीं लगता।

11. ईएनटी एंडोस्कोपी (ENT Endoscopy)

नाक, कान और गले की जांच के लिए।

  • साइनस इंफेक्शन, आवाज में बदलाव या कान की समस्या के लिए।

एंडोस्कोपी के फायदे (Endoscopy ke faayde)

  • बिना सर्जरी के जांच: किसी बड़े ऑपरेशन की जरूरत नहीं।
  • सटीक निदान: कैमरे से सीधे ऑर्गन देखने की सुविधा।
  • कम दर्द, कम रिकवरी टाइम: एंडोस्कोपी के बाद मरीज जल्दी सामान्य हो जाता है।
  • इलाज के दौरान जांच: ब्लीडिंग रोकने या पॉलिप निकालने जैसी छोटी प्रक्रियाएं साथ ही की जा सकती हैं।
  • कैंसर की शुरुआती पहचान: एंडोस्कोपी से कैंसर का प्रारंभिक पता लगाया जा सकता है।

एंडोस्कोपी के बाद सुरक्षा और साइड इफेक्ट्स

एंडोस्कोपी सामान्यतः सुरक्षित होती है, लेकिन कभी-कभी कुछ हल्की दिक्कतें हो सकती हैं:

  • गले में हल्की खराश या सूजन
  • पेट में गैस या हल्की असहजता
  • दुर्लभ मामलों में हल्की ब्लीडिंग

Paras Health जैसे आधुनिक अस्पतालों में एंडोस्कोपी पूरी सुरक्षा, स्टरलाइजेशन और अनुभवी डॉक्टरों की निगरानी में की जाती है।

भारत में एंडोस्कोपी की लागत

एंडोस्कोपी की कीमत टेस्ट के प्रकार और शहर पर निर्भर करती है:

  • Upper GI Endoscopy – ₹3,000 से ₹5,000
  • Colonoscopy – ₹5,000 से ₹8,000
  • ERCP/EUS – ₹10,000 से ₹20,000
  • Capsule Endoscopy – ₹15,000 से ₹25,000

Paras Health में सस्ती और सटीक एंडोस्कोपी सेवाएं उपलब्ध हैं, जहाँ उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों और अनुभवी विशेषज्ञों की टीम द्वारा जांच की जाती है।

एडवांस और रोबोटिक एंडोस्कोपी

आधुनिक चिकित्सा ने एंडोस्कोपी को और अधिक उन्नत बना दिया है:

  • Robotic Endoscopy: डॉक्टर रोबोटिक आर्म्स से और सटीक जांच करते हैं।
  • 3D Video Endoscopy: बेहतर इमेजिंग और गहराई का दृश्य।
  • EMR (Endoscopic Mucosal Resection) और ESD (Endoscopic Submucosal Dissection): शुरुआती कैंसर का इलाज बिना सर्जरी के।

Paras Health में ये सभी अत्याधुनिक एंडोस्कोपी तकनीकें उपलब्ध हैं।

FAQs

एंडोस्कोपी क्या होती है और क्यों की जाती है?

यह एक कैमरा-आधारित जांच है जिससे डॉक्टर शरीर के अंदर की स्थिति देखते हैं। पेट, फेफड़ों और मूत्राशय की बीमारियों में की जाती है।

क्या एंडोस्कोपी दर्दनाक होती है?

नहीं, क्योंकि इसमें हल्का एनेस्थीसिया दिया जाता है और मरीज को कोई दर्द महसूस नहीं होता।

एंडोस्कोपी में कितना समय लगता है?

औसतन 15 से 60 मिनट। यह जांच के प्रकार पर निर्भर करता है।

एंडोस्कोपी से पहले क्या खाना चाहिए?

टेस्ट से 6–8 घंटे पहले कुछ खाएं। साफ लिक्विड या पानी ही लें।

एंडोस्कोपी के बाद क्या खाएं?

पहले दिन सूप, दलिया या नरम भोजन लें। मसालेदार चीज़ों से बचें।

क्या एंडोस्कोपी सभी के लिए सुरक्षित है?

हाँ, यह ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री देखकर निर्णय लेते हैं।

एंडोस्कोपी से कौन सी बीमारियाँ पकड़ी जाती हैं?

अल्सर, ब्लीडिंग, कैंसर, इंफेक्शन, पित्त नली की समस्या और फेफड़ों के संक्रमण।

एंडोस्कोपी कौन करता है?

प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, पल्मोनोलॉजिस्ट या सर्जन यह प्रक्रिया करते हैं।

एंडोस्कोपी की लागत कितनी होती है?

भारत में ₹3,000 से ₹15,000 तक। यह जांच के प्रकार और अस्पताल पर निर्भर करता है।

Paras Health में कौन-कौन सी एंडोस्कोपी होती है?

Paras Health में Upper GI, Colonoscopy, ERCP, EUS, Bronchoscopy, Laparoscopy, Arthroscopy और ENT Endoscopy सभी सेवाएँ उपलब्ध हैं।

निष्कर्ष

एंडोस्कोपी आज की सबसे सटीक, सुरक्षित और प्रभावी जांच में से एक है। इससे बीमारी का कारण जल्दी पता चल जाता है और कई बार बिना सर्जरी इलाज भी संभव हो जाता है।

Paras Health में आधुनिक तकनीक, अनुभवी डॉक्टरों और विश्वस्तरीय सुरक्षा मानकों के साथ सभी प्रकार की एंडोस्कोपी सेवाएं उपलब्ध हैं।
अगर आपके डॉक्टर ने एंडोस्कोपी की सलाह दी है, तो देर करेंसमय पर की गई जांच आपके स्वास्थ्य की दिशा बदल सकती है।

Content Written & Approved by
Dr. Pintu Kumar Singh
Senior Consultant • GENERAL AND LAPAROSCOPIC SURGERY

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