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Mar 2, 2024

पारस ग्लोबल हॉस्पिटल, दरभंगा ने छत से गिरे मजदूर के मस्ति-ुनवजयक की सर्जरी कर राहत दिलायी

पारस ग्लोबल हॉस्पिटल, दरभंगा ने छत से गिरे मजदूर के मस्ति-ुनवजयक की सर्जरी कर राहत दिलायी
  • हॉस्पिटल के ब्रेन एवं स्पाइन न्यूरो सर्जन डॉ. प्रदीप कुमार ने दो घंटे तक किया जटिल ऑपरेषन, मस्ति-ुनवजयक में काफी चोट लगी थी और खून के थक्के जमे थे
  • रात में आंधी-ंउचयपानी आने पर छत से उतरने के क्रम में मरीज नीचे गिर गया, सांस लेने में तकलीफ के साथ ही हाथ-ंउचयपैर ने काम करना बंद कर दिया था तथा आँखों की पुतलियां चौड़ी हो गयी थीं।

दरभंगा, 06 मई 2019 : पारस ग्लोबल हॉस्पिटल, दरभंगा में छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल 52 व-ुनवजर्याीय मजदूर पिंटू सिंह के मस्ति-ुनवजयक की दो घंटे तक जटिल सर्जरी कर उसे राहत दिलायी गयी। छत से गिरने के वक्त उसके सर में अत्यधिक चोट लग गयी थी जिससे उस सांस लेने में तकलीफ थी, हाथ- उचयपैर ने काम करना बंद कर दिया था तथा आँखों की पुतलियां चौड़ी हो गयी थीं। उसे हॉस्पिटल की इमरजेंसी में भर्ती किया गया। इमरजेंसी में तैनात ब्रेन एवं स्पाइन न्यूरो सर्जन डॉ. प्रदीप कुमार ने उसका सीटी स्कैन करवाया तो पता चला कि उसके मस्ति-ुनवजयक में गंभीर चोट लगी है तथा खून के थक्के जमे हुए हैं।

डॉ. प्रदीप ने बिना विलम्ब किये उसके मस्ति-ुनवजयक की सर्जरी (क्रनॉटमी) की तब जाकर उसकी स्थिति संभल पायी। सर्जरी के बाद भी उसे दो दिनों तक वेंटीलेटर पर रखा गया। इस दौरान उसकी स्थिति में धीरे-ंउचयधीरे सुधार होना शुरु हुआ। वेंटीलेटर से हटाकर चार दिन तक उसे हॉस्पिटल में रखा गया जहां उसकी स्थिति सामान्य हो गई तथा वह बातचाीत भी करने लगा।दस दिन के बाद उसे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गयी और अब वह पूर्ण स्वस्थ हो गया है।

डॉ. कुमार ने बताया कि पिंटू सिंह घर की छत पर सोया था। रात में आंधी-ंउचयपानी शुरु हो गयी। हड़बराहट में नीचे उतरने के दौरान वह छत से गिर गया। हॉस्पिटल में लाने पर उसकी हालात काफी गंभीर बनी हुई थी। सीटी स्कैन की जांच के बाद हम अगर तुरंत उसका ऑपरेशन नहीं करते तो उसकी स्थिति बिगड़ती चली जाती। अब उसे न सांस लेने में तकलीफ है, नहीं हाथ-ंउचयपैर चलाने में तथा आंखों की पुतलियां भी सामान्य स्थिति में आ गयी है। ऑपरेशन के बाद पूर्णतः स्वस्थ हो जाने पर मरीज पिंटू सिंह तथा उसके परिजनों ने पारस ग्लोबल हॉस्पिटल को धन्यवाद दिया और कहा कि अगर सही समय पर मेरा ऑपरेशन नहीं किया गया होता तो स्थिति बेकाबू हो सकती थी।

डॉ. प्रदीप ने कहा कि हमारे हॉस्पिटल में इलाज करने के लिए एक से एक अत्याधुनिक मशीन लगी हुई है तथा काफी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं जिसकी बदौलत हम गंभीर से गंभीर मरीज का ऑपरेशन आसानी से कर लेते हैं। मरीज और उनके परिजन बहुत खुश हैं तथा डॉ. प्रदीप और पारस की व्यवस्था की खूब प्रशंसा कर रहे हैं।