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Mar 2, 2024

बिहार में पहली बार पारस अस्पताल में मरीज को बिना बेहोश किये हुई हार्ट की बाइपास सर्जरी

बिहार में पहली बार पारस अस्पताल में मरीज को बिना बेहोश किये हुई हार्ट की बाइपास सर्जरी

हॉस्पिटल के कार्डियक सर्जन डॉ. शशिकांत ने ब्लॉकेज के चलते दर्द तथा सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे मरीज को दिलाई राहत

पटना, 05 अगस्त 2020 : बिहार में पहली बार पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, राजा बाजार, पटना में हृदय की नली में दो ब्लॉकेज के चलते छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे 66 साल के मरीज को बिना बेहोष किये बाइपास सर्जरी कर राहत दिलाई गई। इस ऑपरेशन में करीब तीन घंटे लगे जिसमें सिर्फ छाती का हिस्सा खोला गया। इसमें नली लगाकर दो बाइपास किये गये।
पारस अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शशिकांत ने बताया कि इस ऑपरेशन को अवेक कोरोनरी आर्टरी बाइपास सर्जरी (सी.ए.बी.जी.) कहते हैं। इस ऑपरेशन में मरीज की रिकवरी तेजी से होती है।
डॉ. शशिकांत प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन हैं जिन्हें 6000 से ज्यादा सर्जरी का अनुभव है। ये एम्स में प्रोफेसर भी रह चुके हैं और इन्हें मेलबॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) में काम करने का अनुभव भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे ऑपरेशन में टीम काम करती है जिसमें एनेस्थेसिया विशेषज्ञ डॉक्टरों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। एनेस्थेसिया विशेषज्ञ डॉ. अतुल मोहन ने बताया कि इस विधि से ऑपरेशन में शरीर के जिस भाग में ऑपरेशन किया जाता है सिर्फ उसी भाग के नस को सुन्न किया जाता है और मरीज पूरी तरह से होष में रहता है। उन्होंने अपने सहयोगी डॉ. शुभांकर एवं पूरी टीम के योगदान की काफी तारीफ की।