Chat with us on WhatsApp
Press Coverage

Press Coverage

Apr 25, 2022

महादान समझकर किडनी का दान करें लोग : डॉ. अजय कुमार

महादान समझकर किडनी का दान करें लोग : डॉ. अजय कुमार

महादान समझकर किडनी का दान करें लोग : डॉ. अजय कुमार

विश्व किडनी दिवस पर पारस ग्लोबल हॉस्पिटल, दरभंगा में आयोजित परिचर्चा में पटना के यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर डॉ. अजय कुमार ने कहा इस मौके पर हॉस्पिटल परिसर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में सैकड़ों लोगों ने अपनी किडनी, प्रोस्टेट की जांच तथा अल्ट्रासाउंड मुफ्त में कराये हॉस्पिटल के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. तलत हलीम ने कहा, पटना में हो रहा है किडनी ट्रांसप्लांट, इसके लिए लगायी गयी हैं अत्याधुनिक मशीनें |
दरभंगा, 14 मार्च : विश्व किडनी दिवस के मौके पर आज गुरूवार 14 मार्च को पारस ग्लोबल हॉस्पिटल, दरभंगा में एक निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों की किडनी और प्रोस्टेट की जांच तथा मुफ्त में अल्ट्रासाउंड किया गया। इस मौके पर किडनी रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लोगों की स्वास्थ्य जांच की तथा डॉक्टरी सलाह दी। विशेषज्ञों की इस टीम में पारस ग्लोबल हॉस्पिटल के डॉ. अब्दुल वहाब भी शामिल थे। इस मौके पर एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया जिसमें पटना से आये यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी तथा ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर ने कहा कि किडनी की बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता जगाने की आवश्यकता है। आमलोग किडनी दान करने से परहेज करते हैं तो ऐसे लोगों को मैं यह सलाह देना चाहता हूँ कि एक किडनी दान से किसी के शरीर पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है, इसलिए अपने निकट संबंधियों की जरूरत के लिए किडनी दान अवश्य करें।
डॉ. कुमार ने कहा कि पहले तो बिहार के लोग किडनी ट्रांसप्लांट के लिए बिहार के बाहर जाते थे लेकिन अब पहले वाली बात नहीं रही, अब बिहार में किडनी ट्रांसप्लांट के दो केन्द्र स्थापित हो गये हैं। उन्होंने कहा कि जब किडनी 20 प्रतिशत से भी कम काम करता है तब ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के मुख्य कारण हैं :- डायबिटीज, बी.पी., मोटापा, इंफेक्शन, दर्द निरोधक दवाइयों का अधिक उपयोग। इसके अलावा जिनके वंश में किडनी की बीमारी रही हो। किडनी की बीमारी के लक्षण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पैर में सूजन आए, भूख कम लगे, उलटी जैसा महसूस हो, सांस फूले तथा बार-बार पेशाब लगे तो इसे गंभीरता से लेकर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 50 की उम्र से अधिक के लोगों खासकर डायबिटीज, बी.पी., पथरी रोग के मरीजों को नियमित अपने किडनी की जाँच करानी चाहिए। शुरूआत दौर में इसके पकड़ में आ जाने पर इसका इलाज संभव हो पाता है। एडवांस स्टेज में डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट ही उपाय बच जाता है जो काफी खर्चीला और जटिलतम उपाय है। बचाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लोग अपनी दिनचर्या को स्वस्थ रखें जिसमें व्यायाम और योग शामिल हैं। इसके अलावा पानी की उचित मात्रा लें यानी दिन में दो से ढाई लीटर पानी पीयें, खाने में चीनी और नमक की मात्रा कम रखें तथा दर्द निरोधक और एंटीबायोटिक दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। सिगरेट और शराब का सेवन करने से परहेज करें।
इस मौके पर हॉस्पिटल के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. तलत हलीम ने कह कि हम बिहार के लोगों को अत्याधुनिक इलाज देने के लिए कटिबद्ध हैं और इसी कड़ी में हमने अपने पटना स्थित हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट की भी व्यवस्था कर ली है। वहां कई लोगों का किडनी ट्रांसप्लांट भी हो चुका है। इसके अलावा अन्य बीमारियों के लिए एक से एक विश्वस्तरीय मशीन हमारे हॉस्पिटल में मौजूद हैं। कैंसर के लिए तो पेट सिटी जैसी मशीन है जो शरीर में कैंसर की जगह चिन्हित करती है। हम चाहते हैं कि कम से कम खर्च में बिहार के लोगों का बिहार में इलाज हो, इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम हमने सभी विभागों में बनायी है।
हॉस्पिटल के यूनिट हेड संदीप घोष ने कहा कि पारस ग्लोबल हॉस्पिटल में सभी बीमारियों का इलाज विशेषज्ञ डॉक्टर करते हैं। बीमारियों की जांच के लिए हमारे यहां अत्याधुनिक मशीनें लगी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां किसी भी मरीज का इलाज गहन जांच-पड़ताल के बाद ही किया जाता है जिससे अधिकतर मरीज स्वस्थ होकर वापस घर लौटते हैं। इलाज पर खर्चा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बाजार दर से कम मूल्य पर हमारे यहां इलाज किया जाता है।


Request A Call Back
Didn't Find What You Were Looking For

Get a call back from our Health Advisor