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Press Coverage

Mar 2, 2024

3 साल के बच्चे को मल के रास्ते आने वाले खून से पारस दरभंगा ने दिलाई राहत

3 साल के बच्चे को मल के रास्ते आने वाले खून से पारस दरभंगा ने दिलाई राहत

3 साल का छोटा बच्चा आर्यन 1 साल से मल के रास्ते खून आने आने के कारण परेशन था और बहुत दर्द में था | उसके माता पिता ने 1 साल में ढेरों डॉक्टरों से उसका इलाज करवाया पर कहीं भी आर्यन के बीमारी का कारण भी मालूम नही हुआ | तभी आर्यन के पिता ने दरभंगा के विख्यात पेट रोग विशेषगया डॉक्टर शरद कुमार झा के बारे में सुना जो की पारस ग्लोबल हॉस्पिटल दरभंगा में कार्यरत हैं | उन्हें यह भी पता चला की डॉक्टर शरद झा दरभंगा के गिने चुने डॉक्कथरों में से हैं जो पेट रोग में डी एम हैं |


जब आर्यन के माता पिता पारस जाकर डॉक्टर शरद झा से मिले तो काफ़ी संतुष्ट हुए | डॉक्टर शरद ने आर्यन के इलाज आधुनिक एंडोस्कोपी की विधि से करने की सलाह दी | यह विधि पूरे मिथिला में केवल पारस दरभंगा में ही उपलब्ध है | उन्होने ने बताया की इस तकनीक के ज़रिए उन्होने इसी तरह की काफ़ी जटिल मामलों का कामयाब इलाज किया है | आर्यन के पिता ने इस विधि को समझने के पश्चात इलाज की सहमति दे दी |

सिग्म्डोस्कोपी विधि के दौरान आर्यन के मलाशय में ३ बड़े बड़े पॉलिप दिखे | वो पॉलिप्स 2 सेंटिमेटर ए 1 सेंटिमेटेर और 1 सेंटिमेटर के थे| डॉक्टर शरद ने पॉलीपेकटोमी कर तीनों पॉलिप्स को निकाला और इस तरह आर्यन के इलाज सफल रहा |
आर्यन को 1 साल की पीड़ा से राहत मिली और उसके माता पिता भी अत्यंत प्रसन्न थे | आर्यन की पिता ने पारस दरभंगा और डॉक्टर शरद की प्रशंसा करते हुए कहा की ष्हमें नही मालूम थे की ऐसी आधुनिक विधि दरभंगा में कहीं मौजूद है | एक साल से इधर उधर भटकते भटकते हम सब बदहाल हो चुके थे | हम फिर से पारस के अभारी हैं |