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गर्मी से संबंधित बीमारी (हाइपरथर्मिया) क्या है?

गर्मी से संबंधित बीमारी (हाइपरथर्मिया) क्या है?
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By Dr. Ritesh Yadav in Internal Medicine

Aug 20, 2025

गर्मियों के मौसम में अक्सर लोग हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, चक्कर और ज्यादा पसीना आने जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। इन सभी का एक बड़ा कारण है – हाइपरथर्मिया (Hyperthermia)।

हाइपरथर्मिया का मतलब है – शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाना, जब शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे:

  • हाइपरथर्मिया क्या है
  • इसके कारण और लक्षण
  • हाइपरथर्मिया से होने वाली बीमारियाँ
  • इलाज और घरेलू उपाय
  • बचाव के तरीके
  • FAQs और विशेषज्ञों द्वारा बताए गए तथ्य

हाइपरथर्मिया क्या है?

हाइपरथर्मिया (Hyperthermia) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान सामान्य सीमा (37°C) से ज्यादा बढ़ जाता है और शरीर उसे नियंत्रित करने में असमर्थ हो जाता है।

साधारण शब्दों में कहें तो यह गर्मी से संबंधित बीमारी (heat-related illness) है, जो तब होती है जब हम लंबे समय तक गर्म और उमस भरे माहौल में रहते हैं।

हाइपरथर्मिया से होने वाली बीमारियाँ (Types of Hyperthermia)

  1. हीट क्रैम्प्स (Heat Cramps): 
    • मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द।
    • ज्यादा पसीना और नमक की कमी इसकी वजह।
  2. हीट एग्जॉशन (Heat Exhaustion): 
    • थकान, कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर।
    • अत्यधिक पसीना आना और डिहाइड्रेशन।
  3. हीट स्ट्रोक (Heat Stroke): 
    • सबसे खतरनाक स्थिति। 
    • शरीर का तापमान 40°C से ज्यादा हो जाता है।
    • बेहोशी, दौरे और जानलेवा स्थिति तक हो सकती है।

हाइपरथर्मिया के लक्षण (Symptoms of Hyperthermia)

  • अत्यधिक पसीना आना
  • शरीर का तापमान बढ़ना
  • सिरदर्द और चक्कर
  • थकान और कमजोरी
  • उल्टी और मतली
  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • सांस तेज चलना
  • दिल की धड़कन बढ़ना
  • बेहोशी (Severe case में)

Mayo Clinic के अनुसार, यदि समय पर इलाज न हो तो हाइपरथर्मिया organ failure का कारण बन सकता है।

हाइपरथर्मिया के कारण (Causes of Hyperthermia)

  • तेज धूप और गर्म मौसम
  • लंबे समय तक बाहर काम करना
  • पर्याप्त पानी न पीना (Dehydration)
  • भारी कपड़े पहनना
  • बुजुर्ग और छोटे बच्चों की कमजोर थर्मो-रेगुलेशन
  • ज्यादा शारीरिक मेहनत करना (Outdoor exercise, sports)

WHO के अनुसार, हर साल दुनिया भर में हजारों लोग गर्मी से होने वाली बीमारियों से प्रभावित होते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों और बच्चों को होता है।

हाइपरथर्मिया का इलाज (Treatment of Hyperthermia)

तुरंत किए जाने वाले कदम (First Aid):

  • रोगी को ठंडी और छायादार जगह पर ले जाएँ।
  • गीले कपड़े या ठंडी पट्टियाँ रखें।
  • ORS, नींबू पानी या नारियल पानी पिलाएँ।
  • टाइट और भारी कपड़े हटा दें।

मेडिकल ट्रीटमेंट:

  • IV fluids और Electrolyte balance
  • Cooling devices (cooling blanket, ice packs)
  • Emergency care in case of heat stroke

Healthline कहता है कि heat stroke में तुरंत medical emergency treatment ज़रूरी है।

हाइपरथर्मिया से बचाव (Prevention Tips)

  • दिन में 10 से 4 बजे तक धूप से बचें।
  • हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
  • पानी और ORS पर्याप्त मात्रा में लें।
  • घर से निकलने से पहले सिर पर टोपी या छाता रखें।
  • बच्चों और बुजुर्गों को धूप में अधिक देर न रहने दें।
  • Alcohol और caffeinated drinks से बचें।

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • आम पन्ना और छाछ पीना डिहाइड्रेशन से बचाता है।
  • तरबूज, खीरा और नींबू पानी का सेवन करें।
  • बर्फ का पानी सीधे न पिएँ, हल्का ठंडा पानी लें।
  • धूप से आने के बाद नहाएँ या ठंडी पट्टियाँ लगाएँ।

Key Facts (Trusted Sources)

  • WHO: Heat stroke untreated रहने पर 50% मामलों में जानलेवा हो सकता है।
  • Mayo Clinic: Hyperthermia में immediate cooling और IV fluids जान बचा सकते हैं।
  • CDC (Centers for Disease Control): Outdoor workers और athletes सबसे ज्यादा risk में होते हैं।
  • Healthline: Hyperthermia को नजरअंदाज करना organ damage और death तक का कारण बन सकता है।

FAQs

Q1. हाइपरथर्मिया क्या होता है?

जब शरीर का तापमान तेज गर्मी में असामान्य रूप से बढ़ जाता है।

Q2. हाइपरथर्मिया के लक्षण क्या हैं?

पसीना, सिरदर्द, चक्कर, उल्टी और बेहोशी।

Q3. गर्मी से कौन-कौन सी बीमारियाँ होती हैं?

Heat cramps, heat exhaustion, और heat stroke।

Q4. हीट स्ट्रोक और हाइपरथर्मिया में क्या फर्क है?

हीट स्ट्रोक हाइपरथर्मिया का सबसे गंभीर रूप है।

Q5. हाइपरथर्मिया का इलाज कैसे करें?

शरीर को ठंडा करें, पानी पिलाएँ और ज़रूरत पड़ने पर अस्पताल ले जाएँ।

Q6. क्या हाइपरथर्मिया जानलेवा हो सकता है?

हाँ, untreated heat stroke जानलेवा हो सकता है।

Q7. बच्चों में गर्मी की बीमारी के लक्षण क्या हैं?

चिड़चिड़ापन, पसीना, थकान और उल्टी।

Q8. गर्मियों में कौन सा खाना खाना चाहिए?

तरबूज, खीरा, आम पन्ना, दही और छाछ।

Q9. डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?

पानी, ORS और नारियल पानी पीते रहें।

Q10. गर्मी से बचने के घरेलू उपाय क्या हैं? 

छांव में रहें, हल्के कपड़े पहनें और ठंडे तरल पदार्थ लें।

निष्कर्ष

हाइपरथर्मिया (गर्मी से संबंधित बीमारी) एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान बहुत बढ़ जाता है। यह डिहाइड्रेशन, हीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

अच्छी खबर यह है कि समय पर पहचान, तुरंत प्राथमिक उपचार और सही बचाव उपायों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
इसलिए गर्मियों में हमेशा हाइड्रेटेड रहें, धूप से बचें और शरीर को ठंडा रखें।

Dr. Ritesh Yadav
Consultant • INTERNAL MEDICINE

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