Chat with us on WhatsApp

शराब कैसे लिवर को नुकसान पहुँचाती है और उसके लक्षण

sharab ka liver par asar
Book Appointment
By Dr. Karan Bhargav in Gastro Sciences

Dec 31, 2025

शराब से होने वाला लिवर रोग आसान भाषा में समझें

कई लोग शराब को “कभी-कभार” या “थोड़ी मात्रा” में सुरक्षित मानते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि शराब का असर सबसे पहले और सबसे ज़्यादा लिवर पर पड़ता है
लिवर हमारे शरीर का फ़िल्टर है — जो ज़हर को बाहर निकालता है, पाचन में मदद करता है और शरीर को ऊर्जा देता है। जब हम शराब पीते हैं, तो लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और यही दबाव धीरे-धीरे अल्कोहलिक लिवर की वजह बनता है।

अक्सर यह बीमारी बिना शोर किए बढ़ती है। शुरुआती लक्षण इतने हल्के होते हैं कि लोग उन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं। जब तक गंभीर लक्षण सामने आते हैं, तब तक नुकसान काफ़ी बढ़ चुका होता है।

लिवर पर शराब का असर क्यों पड़ता है?

जब भी आप शराब पीते हैं:

  • शराब खून में मिलती है

  • लिवर उसे तोड़कर शरीर से बाहर निकालने की कोशिश करता है

  • इस प्रक्रिया में जहरीले तत्व बनते हैं

  • ये तत्व लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाते हैं

अगर शराब पीना रोज़ाना या लंबे समय तक चलता रहे, तो लिवर को ठीक होने का समय ही नहीं मिलता। यहीं से शराब से होने वाला लिवर रोग शुरू होता है।

अल्कोहलिक लिवर क्या होता है?

अल्कोहलिक लिवर उस स्थिति को कहते हैं, जब लंबे समय तक शराब पीने से लिवर की संरचना और कार्यक्षमता खराब होने लगती है।
इसे ही शराब से होने वाला लिवर रोग कहा जाता है।

यह बीमारी एक दिन में नहीं होती, बल्कि तीन चरणों में धीरे-धीरे बढ़ती है

अल्कोहलिक लिवर के चरण

1. अल्कोहलिक फैटी लिवर – शुरुआती स्टेज

जब शराब के कारण लिवर में अधिक चर्बी जमा होने लगती है, तो इसे फैटी लिवर कहते हैं।

लक्षण

  • अक्सर कोई लक्षण नहीं

  • हल्की थकान

  • पेट के ऊपरी हिस्से में भारीपन

अच्छी बात:
अगर इस स्टेज पर शराब पूरी तरह छोड़ दी जाए, तो फैटी लिवर पूरी तरह ठीक हो सकता है

2. अल्कोहलिक हेपेटाइटिस – लिवर में सूजन

जब शराब पीना जारी रहता है, तो लिवर में सूजन और जलन होने लगती है। इसे अल्कोहलिक हेपेटाइटिस कहते हैं।

लक्षण

  • लगातार थकान

  • भूख न लगना

  • मतली और उल्टी

  • आंखों और त्वचा का पीला होना (पीलिया)

  • पेट दर्द

  • बुखार

यह स्टेज खतरनाक हो सकती है, लेकिन समय पर इलाज और शराब छोड़ने से सुधार संभव है।

3. अल्कोहलिक सिरोसिस – स्थायी नुकसान

यह सबसे गंभीर स्टेज है। इसमें:

  • लिवर की स्वस्थ कोशिकाएँ नष्ट हो जाती हैं

  • उनकी जगह घाव (स्कार टिश्यू) बन जाता है

  • लिवर सही से काम नहीं कर पाता

लक्षण

  • पेट में पानी भरना

  • पैरों में सूजन

  • बार-बार खून बहना

  • भ्रम और याददाश्त की समस्या

  • अत्यधिक कमजोरी

ध्यान दें:
सिरोसिस ठीक नहीं होता, लेकिन शराब छोड़ने से आगे का नुकसान रोका जा सकता है।

शराब कितनी मात्रा में लिवर को नुकसान पहुँचाती है?

इसका कोई एक तय जवाब नहीं है।
लिवर को नुकसान इन बातों पर निर्भर करता है:

  • शराब की मात्रा

  • कितने सालों से पी जा रही है

  • रोज़ पीते हैं या बिंज ड्रिंकिंग करते हैं

  • शरीर की बनावट और पोषण

कुछ लोगों में कम शराब से भी लिवर खराब हो सकता है।

 

शराब धीरे-धीरे लिवर को कैसे खराब करती है?

  1. शराब टूटकर जहरीले तत्व बनाती है

  2. ये तत्व लिवर सेल्स को नुकसान पहुँचाते हैं

  3. लिवर में चर्बी जमा होने लगती है

  4. सूजन और घाव बनने लगते हैं

  5. लिवर की कार्यक्षमता कम होती जाती है

यह प्रक्रिया सालों में चुपचाप होती है।

अल्कोहलिक लिवर के लक्षण

शुरुआती लक्षण (अक्सर नज़रअंदाज़ हो जाते हैं)

  • थकान और कमजोरी

  • भूख कम लगना

  • हल्का लिवर दर्द

  • मतली

गंभीर लक्षण

  • आंखों और त्वचा का पीला होना

  • पेट में पानी भरना

  • पैरों में सूजन

  • उल्टी में खून

  • भ्रम या बेहोशी

इन लक्षणों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क ज़रूरी है।

अल्कोहलिक लिवर की जांच कैसे होती है?

  • लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)

  • अल्ट्रासाउंड

  • फाइब्रोस्कैन टेस्ट

  • ज़रूरत पड़ने पर लिवर बायोप्सी

जल्दी जांच से बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।

अल्कोहलिक लिवर का इलाज

1. शराब पूरी तरह छोड़ना

यह सबसे ज़रूरी और असरदार इलाज है।
शराब छोड़ने से:

  • सूजन कम होती है

  • लिवर को ठीक होने का मौका मिलता है

2. दवाइयों से इलाज

  • अल्कोहलिक हेपेटाइटिस का इलाज

  • संक्रमण और अन्य जटिलताओं का उपचार

3. सही डाइट और पोषण

  • प्रोटीन युक्त भोजन (डॉक्टर की सलाह से)

  • फल और सब्ज़ियाँ

  • पर्याप्त पानी

क्या शराब छोड़ने से लिवर ठीक हो सकता है?

  • फैटी लिवर: हाँ, पूरी तरह

  • हेपेटाइटिस: आंशिक रूप से

  • सिरोसिस: नहीं, लेकिन आगे का नुकसान रुक सकता है

अल्कोहलिक लिवर के लिए डाइट

क्या खाएं?

  • ताज़े फल और सब्ज़ियाँ

  • साबुत अनाज

  • हल्का और घर का बना भोजन

क्या न खाएं?

  • शराब

  • तला-भुना और प्रोसेस्ड खाना

  • ज्यादा नमक और चीनी

अल्कोहलिक लिवर की जटिलताएं

  • लिवर फेलियर

  • लिवर कैंसर

  • बार-बार संक्रमण

  • एंड स्टेज लिवर डिजीज

  • लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत

निष्कर्ष

शराब से होने वाला लिवर रोग एक साइलेंट बीमारी है।
यह धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुँचाती है और जब लक्षण दिखते हैं, तब तक स्थिति गंभीर हो सकती है।

अच्छी बात यह है कि:
समय पर शराब छोड़ना और सही इलाज लिवर को बचा सकता है।

FAQs

शराब से लिवर कैसे खराब होता है?

शराब टूटकर जहरीले तत्व बनाती है, जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाते हैं।

क्या शराब से फैटी लिवर हो सकता है?

हाँ, लंबे समय तक शराब पीने से फैटी लिवर हो सकता है।

फैटी लिवर के शुरुआती लक्षण क्या हैं?

थकान, भूख कम लगना और पेट में भारीपन।

क्या फैटी लिवर ठीक हो सकता है?

अगर समय पर शराब छोड़ दी जाए, तो फैटी लिवर ठीक हो सकता है।

शराब छोड़ने से लिवर कितने समय में ठीक होता है?

यह बीमारी के स्टेज पर निर्भर करता है; फैटी लिवर कुछ हफ्तों में सुधर सकता है।

अल्कोहलिक लिवर कितना खतरनाक है?

अगर इलाज न हो, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।

क्या सिरोसिस ठीक हो सकता है?

नहीं, लेकिन शराब छोड़ने से आगे का नुकसान रोका जा सकता है।

लिवर खराब होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?

शराब, तला-भुना और ज्यादा नमक-चीनी से परहेज करना चाहिए।

अल्कोहलिक लिवर की जांच कौन-सी होती है?

LFT, अल्ट्रासाउंड, फाइब्रोस्कैन और कभी-कभी बायोप्सी।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

अगर शराब पीते हैं और थकान, पीलिया या सूजन दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

Karan Bhargav
Content Medically Written & Verified by
Dr. Karan Bhargav
Senior Consultant - GASTROENTEROLOGY
Meet The Doctor
Book Appointment

Recent Blogs

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, गलत खान-पान, तनाव और नींद की कमी की वजह से गट हेल्थ (आंतों की सेहत) तेजी से खराब हो रही है। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि कमजोर पाचन क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और समय रहते क्या करना ज़रूरी है।
Continue Reading
आजकल पेट की समस्या, गैस, अपच, कब्ज या बार-बार एसिडिटी होना बहुत आम हो गया है। अक्सर लोग इसे हल्की समस्या समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यही छोटी-छोटी दिक्कतें आगे चलकर गट हेल्थ यानी आंतों के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती हैं।
Continue Reading
पेचिश एक आम लेकिन गंभीर पाचन संबंधी समस्या है जो भारत में गर्मी और बरसात के मौसम में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। इसमें दस्त, पेट दर्द, मरोड़, कमजोरी और खून वाली दस्त जैसे लक्षण शामिल होते हैं। पेचिश का समय पर इलाज न किया जाए तो यह डिहाइड्रेशन, कमजोरी, और आंतों में गंभीर संक्रमण जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है।
Continue Reading
कब्ज (Constipation) आज के समय की एक बहुत आम समस्या बन चुकी है। हर उम्र के लोग कभी-न-कभी pet saaf na hone की दिक्कत से परेशान होते हैं। कई बार यह समस्या अस्थायी होती है, लेकिन अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे chronic kabj कहा जाता है।
Continue Reading
अगर आप या आपके घर में कोई बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या से जूझ रहा है, तो यह ब्लॉग जरूर पढ़ें। दस्त यानी Loose Motions एक आम लेकिन गंभीर लक्षण हो सकता है, जो शरीर में पानी और नमक की कमी कर देता है। आइए समझते हैं दस्त के कारण, लक्षण, घरेलू उपाय, और कब डॉक्टर से मिलना ज़रूरी होता है — सब कुछ आसान और साफ़ शब्दों में।
Continue Reading
एसजीपीटी (Serum Glutamate Pyruvate Transaminase) एक महत्वपूर्ण लिवर एंजाइम है, जो शरीर के लिवर फंक्शन की स्थिति को दर्शाता है। यह लिवर की कार्यक्षमता को मापने के लिए किए गए रक्त परीक्षण में पाया जाता है। जब एसजीपीटी का स्तर सामान्य से ऊपर होता है, तो यह लिवर की किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
Continue Reading
कई लोगों को अक्सर पेट में गैस, जलन, या सूजन की शिकायत होती है। कभी-कभी यह सामान्य होता है – जैसे अधिक मसालेदार खाना खाने के बाद। लेकिन जब ये लक्षण बार-बार या बिना वजह हों, तो यह बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं। चलिए जानते हैं – क्या ये लक्षण सामान्य हैं? या किसी पाचन रोग का इशारा करते हैं? और इनसे राहत पाने के घरेलू तरीके, परहेज़ और कब डॉक्टर से मिलना ज़रूरी है।
Continue Reading
Request A Call Back
Didn't Find What You Were Looking For

Get a call back from our Health Advisor