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हवा से फैलने वाली बीमारियां: कारण, लक्षण, बचाव और इलाज

By Dr. Swetabh Purohit in Pulmonology

Sep 25, 2025

Introduction

भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अक्सर हम देखते हैं कि अगर किसी को खांसी या जुकाम है, तो आसपास बैठे लोग भी बीमार हो जाते हैं। इसका कारण है – हवा से फैलने वाली बीमारियां (Airborne Diseases)। ये बीमारियां हमारे आस-पास की हवा में मौजूद वायरस, बैक्टीरिया या फंगस से फैलती हैं और बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे में पहुँच जाती हैं।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि ये बीमारियां क्या होती हैं, इनके कारण, लक्षण, बचाव और इलाज क्या है।

हवा से फैलने वाली बीमारियां क्या हैं?

हवा से फैलने वाली बीमारियां (Airborne Diseases) वो संक्रमण हैं जो खांसने, छींकने, बात करने या सांस लेने से हवा में मौजूद कणों (ड्रॉपलेट्स और एयरोसोल्स) के जरिए फैलते हैं।

जब संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो बहुत छोटे-छोटे कण हवा में घुल जाते हैं। इन कणों में मौजूद कीटाणु पास खड़े व्यक्ति की सांस के जरिए शरीर में चले जाते हैं और उसे बीमार कर सकते हैं।

आम हवा से फैलने वाली बीमारियां

भारत में और दुनिया भर में कई बीमारियां एयरबॉर्न इंफेक्शन के जरिए फैलती हैं:

  • तपेदिक (टीबी)Mycobacterium tuberculosis बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण।

  • इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – मौसम बदलने पर होने वाली वायरल बीमारी।

  • कोविड-19 (COVID-19) – कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) से फैलने वाली महामारी।

  • खसरा (Measles) – तेज बुखार, खांसी और चकत्तों वाली वायरल बीमारी।

  • चेचक (Chickenpox) – वेरिसेला वायरस से होने वाला संक्रमण।

  • काली खांसी (Whooping Cough / Pertussis) – तेज खांसी और सांस लेने में तकलीफ।

  • डिप्थीरिया – बैक्टीरिया से गले और सांस की नली में संक्रमण।

  • सर्दी-जुकाम (Common Cold) – सबसे सामान्य वायरल संक्रमण।

हवा से फैलने वाली बीमारियों के लक्षण

लक्षण हर बीमारी में अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्यतः ये देखे जाते हैं:

  • लगातार खांसी और छींक

  • गले में खराश और दर्द

  • बुखार और ठंड लगना

  • सांस लेने में कठिनाई या तेज सांस चलना

  • नाक बहना या बंद होना

  • सिरदर्द और बदन दर्द

  • थकान और कमजोरी

  • लाल चकत्ते या फुंसी (खसरा, चेचक जैसी बीमारियों में)

हवा से फैलने वाली बीमारियों के कारण और संक्रमण

ये बीमारियां कई वजहों से तेजी से फैलती हैं:

  • छींकना और खांसना – हवा में कणों के जरिए संक्रमण।

  • सांस लेना और बात करना – सामान्य सांस या बातचीत से भी वायरस हवा में फैलते हैं।

  • भीड़-भाड़ वाली जगहें – बाजार, बस, ट्रेन, स्कूल और ऑफिस में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।

  • वेंटिलेशन की कमी – बंद कमरों में हवा बदलती नहीं है, जिससे संक्रमण हवा में ज्यादा देर तक रहता है।

  • धूल और फंगस – कुछ फंगल बीमारियां हवा में उड़ते धूलकणों से फैलती हैं।

हवा से फैलने वाली बीमारियों से बचाव

इनसे बचना मुश्किल नहीं है, बस कुछ आदतें अपनानी होंगी:

  1. मास्क पहनें – भीड़ या अस्पताल जैसी जगहों पर जरूर मास्क लगाएँ।

  2. हाथ धोएं – साबुन या सैनिटाइज़र से बार-बार हाथ धोएं।

  3. टीकाकरण करवाएँ – खसरा, चेचक, डिप्थीरिया, फ्लू और कोविड-19 जैसे रोगों से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं।

  4. सामाजिक दूरी बनाएँ – खांसने या छींकने वाले व्यक्ति से दूरी रखें।

  5. वेंटिलेशन रखें – खिड़कियाँ खोलकर कमरे की हवा बदलते रहें।

  6. स्वस्थ जीवनशैली – संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से इम्यूनिटी बढ़ाएँ।

हवा से फैलने वाली बीमारियों का इलाज

इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी किस कारण से हुई है:

  • वायरल संक्रमण (फ्लू, कोविड-19, खसरा, चेचक):
    आराम, तरल पदार्थ, एंटीवायरल दवाएँ और लक्षणों के अनुसार दवा।

  • बैक्टीरियल संक्रमण (टीबी, डिप्थीरिया, काली खांसी):
    डॉक्टर द्वारा बताए गए एंटीबायोटिक्स का पूरा कोर्स।

  • घरेलू नुस्खे:
    भाप लेना, गर्म पानी पीना, हल्का भोजन और पर्याप्त नींद।

  • गंभीर स्थिति में:
    अस्पताल में भर्ती, ऑक्सीजन थेरेपी या आईसीयू इलाज।

महत्वपूर्ण तथ्य और संगठन

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, खसरा दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली एयरबॉर्न बीमारी है।

  • भारत सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम चला रहा है।

  • CDC (Centers for Disease Control and Prevention, USA) बताता है कि वैक्सीन से खसरा, चेचक और डिप्थीरिया जैसी बीमारियों को काफी हद तक नियंत्रित किया गया है।

  • कोविड-19 महामारी ने साबित किया कि हवा से संक्रमण कितनी तेजी से वैश्विक स्तर पर फैल सकता है।

निष्कर्ष

हवा से फैलने वाली बीमारियां खतरनाक इसलिए हैं क्योंकि ये बहुत तेजी से फैलती हैं। लेकिन मास्क, स्वच्छता, टीकाकरण और समय पर इलाज अपनाकर इन्हें आसानी से रोका और नियंत्रित किया जा सकता है।

FAQs

हवा से फैलने वाली बीमारियां क्या हैं?

ये ऐसी बीमारियां हैं जो खांसने, छींकने या सांस लेने से हवा में मौजूद कीटाणुओं से फैलती हैं। इनमें टीबी, फ्लू, खसरा और कोविड-19 प्रमुख हैं।

क्या कोविड-19 हवा से फैलता है?

हाँ, कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति की छींक, खांसी और सांस से निकलने वाले कणों से फैलता है। भीड़-भाड़ और बंद जगहों में इसका खतरा ज्यादा होता है।

भारत में आम हवा से फैलने वाली बीमारियां कौन-सी हैं?

टीबी, खसरा, चेचक, फ्लू, डिप्थीरिया और काली खांसी भारत में आम एयरबॉर्न रोग हैं। ये बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करते हैं।

इनके मुख्य लक्षण क्या हैं?

खांसी, छींक, गले में खराश, बुखार और थकान आम लक्षण हैं। कुछ मामलों में सांस की तकलीफ और लाल चकत्ते भी दिखते हैं।

हवा से संक्रमण कैसे फैलता है?

जब संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो हवा में कीटाणु फैल जाते हैं। ये कीटाणु सांस के जरिए दूसरों तक पहुँचकर बीमारी फैला सकते हैं।

इनसे बचाव कैसे करें?

मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना और टीकाकरण करवाना जरूरी है। भीड़ से दूरी बनाए रखना और कमरे का वेंटिलेशन सुधारना भी मददगार है।

क्या बच्चों को ज्यादा खतरा होता है?

हाँ, बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, इसलिए वे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं। स्कूल जैसी जगहों पर उनका संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है।

क्या घरेलू इलाज संभव है?

हल्की सर्दी-जुकाम का इलाज घर पर आराम, भाप और गर्म तरल पदार्थ से हो सकता है। लेकिन गंभीर संक्रमण जैसे टीबी और डिप्थीरिया में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

क्या वैक्सीन से बचाव हो सकता है?

हाँ, खसरा, चेचक, फ्लू, डिप्थीरिया और कोविड-19 जैसी बीमारियों के लिए टीके उपलब्ध हैं। टीकाकरण से संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।

कब तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए?

जब तेज बुखार लगातार बना रहे या सांस लेने में दिक्कत हो तो डॉक्टर से मिलें। लगातार खांसी और सीने में दर्द भी चेतावनी के लक्षण हैं।

Content Medically Reviewed by
Dr. Swetabh Purohit
Senior Consultant • PULMONOLOGY

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