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कैल्शियम की कमी के लक्षण: शरीर के संकेत जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

calcium ki kami ke lakshan
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TABLE OF CONTENTS

  1. महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण
  2. निष्कर्ष
  3. FAQs
  4. कैल्शियम की कमी कैसे पूरी करें?
  5. कैल्शियम की कमी कितनी खतरनाक है?
  6. कैल्शियम की कमी की जांच कैसे होती है?
  7. शरीर में कैल्शियम की कमी क्यों होती है?
  8. बच्चों और बुजुर्गों में कैल्शियम की कमी
  9. पुरुषों में कैल्शियम की कमी के लक्षण
  10. कैल्शियम की कमी क्या है?
  11. सामान्य स्वास्थ्य पर कैल्शियम की कमी का प्रभाव
  12. त्वचा, बाल और नाखून पर कैल्शियम की कमी के लक्षण
  13. हृदय और तंत्रिका तंत्र पर कैल्शियम की कमी का असर
  14. मांसपेशियों और नसों से जुड़े लक्षण
  15. हड्डियों और जोड़ों से जुड़े कैल्शियम की कमी के लक्षण
  16. कैल्शियम की गंभीर कमी के लक्षण
  17. कैल्शियम की कमी के शुरुआती लक्षण
  18. शरीर में कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या हैं?
By Dr. Arvind Prasad Gupta in Orthopaedics

Dec 16, 2025

हमारे शरीर के लिए कैल्शियम उतना ही जरूरी है जितना हवा और पानी। अक्सर लोग कैल्शियम को सिर्फ हड्डियों और दांतों से जोड़कर देखते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि कैल्शियम हमारे मांसपेशियों की गति, नसों के काम, दिल की धड़कन और संपूर्ण शरीर के संतुलन में अहम भूमिका निभाता है।

जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है, तो इसे कैल्शियम की कमी कहा जाता है। समस्या यह है कि इसके लक्षण शुरू में बहुत हल्के होते हैं और लोग इन्हें थकान या उम्र का असर समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन समय के साथ यही कमी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या हैं, यह किन लोगों में ज्यादा होती है और इसे समय रहते पहचानना क्यों जरूरी है।

महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण

महिलाओं में कैल्शियम की कमी ज्यादा देखने को मिलती है, खासकर:

  • गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी
  • मेनोपॉज के बाद कैल्शियम की कमी

महिलाओं में आम लक्षण:

  • हड्डियों में दर्द
  • जल्दी थकान
  • हड्डियों का कमजोर होना
  • फ्रैक्चर का खतरा बढ़ना

निष्कर्ष

कैल्शियम की कमी के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं, लेकिन अगर समय रहते इन्हें पहचान लिया जाए तो बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।
सही खान-पान, नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह से आप अपनी हड्डियों और शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।

अगर शरीर आपको बार-बार संकेत दे रहा है, तो उसे नजरअंदाज करेंयही सेहत की सबसे बड़ी समझदारी है।

FAQs

शरीर में कैल्शियम की कमी क्यों होती है?

गलत खान-पान, विटामिन डी की कमी और कैल्शियम का सही अवशोषण होना इसके मुख्य कारण हैं।

कैल्शियम की कमी के लक्षण कैसे पहचानें?

थकान, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाहट इसके आम संकेत हैं।

क्या कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं?

हां, लंबे समय तक कमी रहने पर हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं।

कैल्शियम की कमी कितनी खतरनाक है?

अगर इलाज हो, तो यह फ्रैक्चर, दिल की समस्या और नसों की परेशानी पैदा कर सकती है।

महिलाओं में कैल्शियम की कमी ज्यादा क्यों होती है?

हार्मोनल बदलाव, गर्भावस्था और मेनोपॉज इसके मुख्य कारण हैं।

बच्चों में कैल्शियम की कमी के क्या लक्षण हैं?

बढ़त रुकना, हड्डियों की कमजोरी और जल्दी थकान इसके संकेत हो सकते हैं।

क्या बाल झड़ना कैल्शियम की कमी का लक्षण है?

हां, लंबे समय तक कमी रहने पर बाल झड़ना और नाखून कमजोर होना देखा जा सकता है।

कैल्शियम की जांच कैसे होती है?

कैल्शियम ब्लड टेस्ट के जरिए इसकी जांच की जाती है।

क्या कैल्शियम की कमी पूरी तरह ठीक हो सकती है?

समय पर इलाज और सही आहार से इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।

कैल्शियम की कमी के लिए किस डॉक्टर को दिखाएं?

जनरल फिजिशियन या ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से सलाह लेना सही रहता है।

कैल्शियम की कमी कैसे पूरी करें?

  • कैल्शियम युक्त आहार अपनाएं
  • विटामिन डी का ध्यान रखें
  • डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें
  • नियमित जांच कराएं

कैल्शियम की कमी कितनी खतरनाक है?

अगर समय पर इलाज किया जाए, तो:

  • हड्डियां स्थायी रूप से कमजोर हो सकती हैं
  • फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है
  • दिल और नसों पर असर पड़ सकता है

कैल्शियम की कमी की जांच कैसे होती है?

कैल्शियम की कमी की पहचान के लिए:

  • कैल्शियम ब्लड टेस्ट
  • कैल्शियम की सामान्य मात्रा की जांच
  • लक्षणों और मेडिकल इतिहास का मूल्यांकन

शरीर में कैल्शियम की कमी क्यों होती है?

मुख्य कारण:

  • कैल्शियम युक्त आहार की कमी
  • विटामिन डी और कैल्शियम की कमी
  • कैल्शियम का अवशोषण ठीक होना
  • ज्यादा चाय-कॉफी पीना
  • शारीरिक गतिविधि की कमी

बच्चों और बुजुर्गों में कैल्शियम की कमी

बच्चों में कैल्शियम की कमी के लक्षण

  • बच्चों की हड्डियों का कमजोर होना
  • कैल्शियम की कमी से बच्चों की बढ़त रुकना
  • जल्दी थक जाना

बुजुर्गों में कैल्शियम की कमी

  • बुजुर्गों में बार-बार गिरना
  • हड्डियों का जल्दी टूटना
  • संतुलन की समस्या

पुरुषों में कैल्शियम की कमी के लक्षण

पुरुषों में भी कैल्शियम की कमी हो सकती है, खासकर गलत खान-पान और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण।

लक्षण:

  • मांसपेशियों में कमजोरी
  • जोड़ों में दर्द

हड्डियों का कमजोर होना

कैल्शियम की कमी क्या है?

कैल्शियम की कमी तब होती है जब शरीर को रोज़ाना ज़रूरत के अनुसार कैल्शियम नहीं मिल पाता या शरीर उसे सही तरीके से अवशोषित नहीं कर पाता।
शरीर में कैल्शियम की एक सामान्य मात्रा होती है, जो हड्डियों और खून के माध्यम से संतुलन में रहती है।

अगर यह संतुलन बिगड़ता है, तो शरीर हड्डियों से कैल्शियम निकालना शुरू कर देता है, जिससे हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं।

सामान्य स्वास्थ्य पर कैल्शियम की कमी का प्रभाव

कैल्शियम की कमी पूरे शरीर की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है।

सामान्य लक्षण:

  • हमेशा थका हुआ महसूस करना
  • ऊर्जा की कमी
  • भूख लगना
  • दैनिक कामों में जल्दी थक जाना
  • जीवन की गुणवत्ता में गिरावट

त्वचा, बाल और नाखून पर कैल्शियम की कमी के लक्षण

कैल्शियम की कमी का असर धीरे-धीरे बाहरी रूप में भी दिखने लगता है।

आम लक्षण:

  • कैल्शियम की कमी से बाल झड़ना
  • बाल पतले और कमजोर होना
  • नाखून कमजोर होना
  • नाखून टूटना
  • कैल्शियम की कमी से त्वचा रूखी होना

अक्सर लोग इन्हें सिर्फ सौंदर्य समस्या समझते हैं, लेकिन यह अंदरूनी कमी का संकेत हो सकता है।

हृदय और तंत्रिका तंत्र पर कैल्शियम की कमी का असर

कैल्शियम दिल की धड़कन को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।

संभावित लक्षण:

  • कैल्शियम की कमी से दिल की धड़कन तेज होना
  • दिल की धड़कन अनियमित होना
  • चक्कर आना
  • मानसिक भ्रम या बेचैनी
  • गंभीर मामलों में दौरे

ये लक्षण तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने का संकेत हो सकते हैं।

मांसपेशियों और नसों से जुड़े लक्षण

कैल्शियम मांसपेशियों के संकुचन और नसों के संकेतों के लिए बहुत जरूरी है।

इससे जुड़े लक्षण:

  • कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन
  • मांसपेशियों में खिंचाव
  • मांसपेशियों में अकड़न
  • उंगलियों में सुन्नपन
  • हाथ-पैर में झनझनाहट
  • नसों में दर्द

अक्सर लोग इन लक्षणों को थकान या गलत पोज़िशन में बैठने से जोड़ देते हैं, लेकिन लगातार बने रहने पर जांच जरूरी है।

हड्डियों और जोड़ों से जुड़े कैल्शियम की कमी के लक्षण

कैल्शियम का सबसे बड़ा असर हड्डियों पर पड़ता है।

हड्डियों और जोड़ों से जुड़े लक्षण:

  • हड्डियों की कमजोरी के लक्षण
  • हड्डियां कमजोर होने के कारण जल्दी टूटना
  • कैल्शियम की कमी से कमर दर्द
  • जोड़ों में दर्द और जकड़न
  • हड्डियों का घनत्व कम होना
  • ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण

उम्र बढ़ने के साथ ये लक्षण और तेजी से उभर सकते हैं, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में।

कैल्शियम की गंभीर कमी के लक्षण

जब कैल्शियम की कमी लंबे समय तक बनी रहती है, तो लक्षण गंभीर हो जाते हैं।

गंभीर लक्षणों में शामिल हैं:

  • कैल्शियम की कमी से हड्डियों में दर्द
  • जोड़ों में लगातार दर्द
  • कमर दर्द जो ठीक हो
  • बार-बार फ्रैक्चर होना
  • मांसपेशियों में तेज ऐंठन और अकड़न
  • कैल्शियम की कमी से दौरे पड़ना
  • दिल की धड़कन अनियमित होना

ये लक्षण बताते हैं कि शरीर में कैल्शियम की कमी अब नजरअंदाज करने लायक नहीं रही।

कैल्शियम की कमी के शुरुआती लक्षण

शुरुआती लक्षण अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, लेकिन यही संकेत आगे चलकर बड़ी समस्या बनने से पहले चेतावनी देते हैं।

आम शुरुआती लक्षण:

  • कैल्शियम की कमी से थकान
  • शरीर में कमजोरी
  • ऊर्जा की कमी और जल्दी थक जाना
  • मांसपेशियों में हल्की ऐंठन
  • हाथ-पैर या उंगलियों में झनझनाहट
  • ध्यान लगाने में परेशानी

अगर ये लक्षण रोज़मर्रा की ज़िंदगी में लगातार महसूस हो रहे हैं, तो यह शरीर में कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।

शरीर में कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या हैं?

कैल्शियम की कमी के लक्षण व्यक्ति की उम्र, लिंग और जीवनशैली पर निर्भर करते हैं।
कुछ लोगों में लक्षण जल्दी दिख जाते हैं, जबकि कुछ में यह धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेते हैं।

इन लक्षणों को हम शुरुआती और गंभीर लक्षणों में समझ सकते हैं।

Arvind Prasad Gupta
Content Medically Written & Verified by
Dr. Arvind Prasad Gupta
Chief Consultant - ORTHOPAEDICS - SPORTS INJURY
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