गठिया (जोड़ों का दर्द): कारण, लक्षण, इलाज, डाइट और पूरी जानकारी
Dec 02, 2025
गठिया, जिसे आम भाषा में जोड़ों का दर्द कहा जाता है, भारत में करोड़ों लोगों को प्रभावित करने वाला एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। यह किसी भी जोड़—जैसे घुटने, कंधे, हाथ, कलाई, उंगलियाँ, कूल्हे, टखने—में हो सकता है। बहुत से लोग इसे केवल “उम्र बढ़ने की समस्या” मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जबकि असल में गठिया समय पर इलाज न मिले तो जोड़ों को स्थायी रूप से नुकसान पहुँचा सकता है।
इस ब्लॉग में हम गठिया के लक्षण, कारण, प्रकार, जांच, इलाज, डाइट, घरेलू उपाय, कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए, और अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारी को बेहद सरल भाषा में समझेंगे।
गठिया क्या है? (Gathiya kya hai)
गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के जोड़ों में दर्द, सूजन, जकड़न और चलने-फिरने में परेशानी होती है।
भारत में हर उम्र के लोगों में गठिया देखा जाता है, लेकिन यह खासकर 40 वर्ष के बाद अधिक होता है।
गठिया मुख्य रूप से तीन तरह का सबसे ज्यादा देखा जाता है:
1. ऑस्टियोआर्थराइटिस
जोड़ों के घिसने या कार्टिलेज कमजोर होने से।
सबसे ज्यादा घुटनों, कूल्हों, कमर और हाथों में होता है।
2. रुमेटाइड गठिया
यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर खुद अपने जोड़ों पर हमला करता है।
3. गाउट (यूरिक एसिड वाला गठिया)
खून में यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में तेज दर्द और सूजन होती है।
अधिकतर बड़े पैर के अंगूठे और टखनों में दर्द होता है।
गठिया क्यों होता है? (Causes of Arthritis)
गठिया कई कारणों से हो सकता है। सबसे प्रमुख कारण हैं:
- बढ़ती उम्र
- वजन बढ़ना
- दिमाग़ी/शारीरिक कम गतिविधि
- चोट लगना
- खून में यूरिक एसिड बढ़ना
- शरीर में सूजन बढ़ाने वाला खान-पान
- परिवार में गठिया का इतिहास
- ठंडे मौसम में जोड़ संवेदनशील होना
- लंबे समय तक एक ही पोज़िशन में बैठना
गठिया के लक्षण (Gathiya ke lakshan)
गठिया के लक्षण धीरे-धीरे भी बढ़ सकते हैं और अचानक भी शुरू हो सकते हैं।
सबसे आम लक्षण:
- जोड़ों में दर्द
- सुबह उठते समय जकड़न
- जोड़ों में सूजन और गर्मी
- चलने-फिरने में दिक्कत
- जोड़ मुड़ने पर दर्द
- सीढ़ियां चढ़ते समय घुटनों में दर्द
- जोड़ का आकार बिगड़ना (अग्रिम चरण में)
अगर लक्षण बार-बार आएं या लंबे समय तक बने रहें तो डॉक्टर से जांच ज़रूरी है।
गठिया की जांच कैसे होती है? (Diagnosis)
डॉक्टर निम्न जांच करवाते हैं:
शारीरिक जांच
जोड़ों की मूवमेंट, सूजन और दर्द की स्थिति की जाँच।
एक्स-रे
जोड़ों के घिसने, गैप कम होने या हड्डी में बदलाव देखने के लिए।
MRI / CT स्कैन
गंभीर मामलों में कार्टिलेज, लिगामेंट और अंदरूनी सूजन देखने के लिए।
बायोकेमिकल टेस्ट
- RA फैक्टर
- CRP
- ESR
- यूरिक एसिड
- CBC (संक्रमण की पुष्टि)
गठिया का इलाज (Treatment Options)
गठिया का इलाज लक्षणों और कारणों के अनुसार किया जाता है। इसमें दवाइयाँ, फिजियोथेरेपी, जीवनशैली में बदलाव और कुछ मामलों में सर्जरी तक शामिल है।
दवाइयाँ
- दर्द और सूजन कम करने वाली दवाएँ
- यूरिक एसिड कम करने की दवा
- रुमेटाइड गठिया के लिए DMARDs
- हड्डियों की मजबूती के लिए सप्लीमेंट
फिजियोथेरेपी
यह गठिया के इलाज में बहुत महत्वपूर्ण है:
- स्ट्रेचिंग व्यायाम
- मसल स्ट्रेंथनिंग
- अल्ट्रासाउंड/हीट थेरेपी
- ठंडा-गर्म सेक थेरेपी
इंजेक्शन थेरेपी
- PRP इंजेक्शन
- हायल्यूरोनिक एसिड इंजेक्शन
- स्टेरॉयड इंजेक्शन (चुनिंदा मामलों में)
सर्जरी (कब जरूरी?)
यदि घुटने/कूल्हे का जोड़ बहुत घिस चुका हो और दर्द बहुत बढ़ जाए, तो डॉक्टर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी सुझाते हैं।
Paras Health में घुटने बदलने की सर्जरी, कूल्हे की सर्जरी, और उन्नत जॉइंट रिप्लेसमेंट अत्याधुनिक तकनीक से की जाती है।
गठिया में घरेलू उपाय (Home Remedies)
घरेलू उपाय लक्षणों में आराम देते हैं:
- हल्दी वाला दूध
- अजवाइन + मेथी पानी
- अदरक–लहसुन सेवन
- गर्म पानी की सिकाई
- मेथी दाना रातभर भिगोकर खाना
- नींबू + शहद गर्म पानी में
- Epsom salt पैर भिगोना
ध्यान दें: यह इलाज का विकल्प नहीं, बल्कि सपोर्टिव उपाय हैं।
गठिया में क्या खाएं? (Diet for Arthritis)
खाने योग्य चीजें
- एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ
- हल्दी, अदरक
- ओमेगा-3 (अलसी, अखरोट)
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ
- मौसमी फल
- दही (अगर गाउट नहीं है)
- पर्याप्त पानी
किन चीजों से बचें?
- तला-भुना खाना
- मैदा
- चीनी
- प्रोसेस्ड फूड
- कोल्ड ड्रिंक
- रेड मीट और हाई-यूरिक एसिड फूड
- शराब
गठिया में योग और व्यायाम (Yoga & Exercise)
नियमित व्यायाम से जोड़ों की मजबूती बढ़ती है।
सबसे प्रभावी योग और व्यायाम:
- ताड़ासन
- त्रिकोणासन
- मरजरी आसन
- ब्रिज पोज़
- घुटनों के विशेष व्यायाम
- प्रतिदिन 20–25 मिनट वॉक
सावधानी: दर्द अधिक हो तो जोर न डालें।
जोड़ों के दर्द को कम करने के उपाय (Daily Tips)
- वजन कंट्रोल रखें
- अधिक समय न बैठें
- सीढ़ियों का कम उपयोग करें
- सही फुटवियर पहनें
- हल्की वॉक रखें
- छुट-पुट व्यायाम करें
पानी पर्याप्त पिएं
गठिया कब गंभीर हो सकता है?
- तेज सूजन
- बुखार के साथ दर्द
- जोड़ का आकार बदलना
- रात में दर्द बढ़ना
- चलने में कठिनाई
इन लक्षणों में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डॉक्टर को कब दिखाएं? (When to Meet the Doctor)
गठिया और जोड़ों का दर्द अक्सर घर पर कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन कुछ स्थितियाँ ऐसी होती हैं, जिनमें तुरंत डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है:
1. दर्द लगातार 2–3 सप्ताह से ज्यादा बना रहे
अगर दर्द कम होने के बजाय बढ़ रहा है तो यह शुरुआती गठिया या किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
2. जोड़ में सूजन, लालपन और गर्माहट हो
यह संक्रमण, गाउट या रुमेटाइड गठिया का संकेत हो सकता है।
3. सुबह उठने पर जकड़न 30 मिनट से ज्यादा रहे
लंबी जकड़न रुमेटाइड आर्थराइटिस या सूजन वाली बीमारियों की ओर इशारा करती है।
4. जोड़ मुड़ना, चलना या भार डालना मुश्किल हो जाए
जीवनशैली पर प्रभाव डालने वाला दर्द तुरंत जांच की मांग करता है।
5. जोड़ का आकार बदलना या विकृति दिखना शुरू हो जाए
यह ऑस्टियोआर्थराइटिस की उन्नत अवस्था हो सकती है।
6. यूरिक एसिड बढ़ने से तेज, अचानक दर्द हो
यह गाउट अटैक हो सकता है जिसमें तुरंत दवा देना जरूरी होता है।
7. बुखार के साथ जोड़ में दर्द हो
संक्रमण (Infectious Arthritis) का खतरा होता है और यह इमरजेंसी स्थिति है।
8. घरेलू उपाय और दर्द की दवाओं से भी आराम न मिले
यह संकेत है कि विशेषज्ञ इलाज की जरूरत है।
Paras Health में गठिया का उन्नत इलाज
Paras Health में गठिया के लिए:
- अनुभवी ऑर्थोपेडिक और रुमेटोलॉजी विशेषज्ञ
- उन्नत एक्स-रे, MRI और लैब टेस्ट
- फिजियोथेरेपी और दर्द प्रबंधन
- घुटने/कूल्हे की रिप्लेसमेंट सर्जरी
- व्यक्तिगत इलाज योजना
निष्कर्ष
गठिया एक सामान्य लेकिन उपेक्षित स्वास्थ्य समस्या है। समय पर पहचान, सही दवा, फिजियोथेरेपी, और डाइट से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। आप अपनी जीवनशैली में छोटे बदलाव करके भी दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं।
FAQs
गठिया क्या है?
गठिया एक बीमारी है जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न होती है। यह उम्र, वजन, यूरिक एसिड या ऑटोइम्यून कारणों से हो सकता है।
गठिया क्यों होता है?
गठिया गलत खान-पान, बढ़ते वजन, कम गतिविधि, चोट, उम्र, और यूरिक एसिड बढ़ने से होता है।
जोड़ों के दर्द का घरेलू इलाज क्या है?
हल्दी दूध, मेथी दाना, गर्म-ठंडी सिकाई, अदरक-लहसुन सेवन और हल्की वॉक से दर्द में आराम मिलता है।
गठिया में क्या खाना चाहिए?
हरी सब्जियां, फल, हल्दी-अदरक, अलसी, अखरोट, दही और ज्यादा पानी पीना फायदेमंद है।
गठिया में क्या नहीं खाना चाहिए?
तला हुआ खाना, मीठा, मैदा, फास्ट फूड, रेड मीट और शराब से बचना चाहिए।
गठिया का इलाज कैसे होता है?
दवा, फिजियोथेरेपी, इंजेक्शन थेरेपी और गंभीर मामलों में जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी इलाज का हिस्सा है।
गठिया का दर्द जल्दी कैसे कम करें?
गर्म सिकाई, हल्का व्यायाम, दर्द की दवा और वजन कम करके काफी आराम मिलता है।
यूरिक एसिड वाला गठिया क्या होता है?
जब खून में यूरिक एसिड बढ़कर क्रिस्टल बनाता है, तो जोड़ों में तेज दर्द और सूजन होती है—इसे गाउट कहते हैं।
क्या गठिया ठीक हो सकता है?
गठिया पूरी तरह ठीक नहीं होता, लेकिन सही इलाज और डाइट से इसे लंबे समय तक नियंत्रित किया जा सकता है।
गठिया के लिए किस डॉक्टर को दिखाएं?
ऑर्थोपेडिक डॉक्टर या रुमेटोलॉजिस्ट गठिया की जांच और इलाज करते हैं।