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सायटिका क्या है? कारण, लक्षण, इलाज, एक्सरसाइज और पूरी जानकारी

Sciatica
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By Dr. Ravi Kumar Gupta in Orthopaedics

Dec 08, 2025

अगर आपकी कमर से लेकर पैर तक तेज़ दर्द जाता है, चलने-फिरने में दिक्कत होती है या टांग में सुन्नपन महसूस होता हैतो यह सिर्फ आम पीठ दर्द नहीं, बल्कि सायटिका (Sciatica) का संकेत हो सकता है।
सायटिका वह स्थिति है जिसमें आपकी सायटिक नर्व दब जाती है, जिससे कमर, कूल्हे और पैर तक तेज़ खिंचाव जैसा दर्द होता है।

यह समस्या आजकल बहुत आम हैलंबे समय तक बैठने की आदत, गलत पॉस्चर, स्लिप डिस्क और उम्र बढ़ने के कारण। अच्छी बात यह है कि सही इलाज, एक्सरसाइज और देखभाल से सायटिका को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

सायटिका (Sciatica) क्या होता है?

सायटिका शरीर की सबसे बड़ी नस सायटिक नर्व के दबने या खिंचने के कारण होने वाला दर्द है। यह दर्द आपकी लोअर बैक (कमर) से शुरू होकर हिप, जांघ और पैर तक जा सकता है।
कई बार दर्द इतना तेज़ होता है कि चलना, बैठना या खड़े रहना मुश्किल हो जाता है।

सरल भाषा में:
जब कमर की नस दब जाती है तो पैर तक दर्द जाता हैइसको ही सायटिका कहते हैं।

सायटिका के लक्षण

सायटिका के संकेत धीरे-धीरे भी दिखाई दे सकते हैं और अचानक भी शुरू हो सकते हैं। आम लक्षण:

  • कमर से लेकर पैर तक तेज़ दर्द
  • टांग में सुन्नपन या झुनझुनी
  • पैर उठाने में कठिनाई
  • लंबे समय तक बैठने पर दर्द बढ़ना
  • खड़े होने पर टांग में बिजली जैसा झटका महसूस होना
  • चलने पर दर्द कम या ज़्यादा होना

कब सावधान हों?

अगर आपको पेशाब या मल पर कंट्रोल में कमी हो, पैरों में बहुत कमजोरी महसूस होतो यह गंभीर संकेत हैं। तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

सायटिका क्यों होता है?

सायटिका के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे आम है स्लिप डिस्क (हर्नियेटेड डिस्क)
अन्य वजहें:

स्लिप डिस्क / डिस्क खिसकना

रीढ़ की हड्डी के बीच के कुशन जैसी डिस्क जब खिसक जाती है, तो यह नर्व पर दबाव बनाती है।

रीढ़ की नस दबना (Nerve Compression)

गलत पॉस्चर, गलत उठान तकनीक या चोट की वजह से।

स्पाइनल स्टेनोसिस

रीढ़ की जगह संकरी होने से नस पर दबाव।

उम्र बढ़ना

बढ़ती उम्र में डिस्क कमजोर हो जाती है।

मोटापा

ज्यादा वजन रीढ़ पर भार बढ़ाता है।

लंबे समय तक बैठना

लैपटॉप या मोबाइल पर बैठने की गलत आदतें सायटिका की बड़ी वजह हैं।

सायटिका की जांच कैसे होती है?

डॉक्टर आम तौर पर आपकी समस्या सुनकर और कुछ फिजिकल टेस्ट करके शुरुआती पहचान कर लेते हैं। जांचें:

MRI

नर्व कहां और कैसे दब रही है, यह साफ दिखता है।

X-ray

हड्डियों की स्थिति पता लगाने के लिए।

SLR टेस्ट (Straight Leg Raise)

टांग उठाने पर दर्द बढ़ता है तो सायटिका की पुष्टि होती है।

सायटिका का इलाजकैसे ठीक होता है?

सायटिका का इलाज समस्या की गंभीरता के अनुसार होता है। ज़्यादातर मरीज बिना ऑपरेशन के ठीक हो जाते हैं।

1. दवाई (Medication)

  • पेन रिलीवर
  • एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवाएं
  • मसल रिलैक्सेंट

ये दर्द और सूजन को कम करती हैं। दवाइयां डॉक्टर की सलाह से ही लें।

2. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)

सायटिका के लिए सबसे प्रभावशाली इलाजों में से एक।

फिजियोथेरेपिस्ट आपको बताएंगे:

  • स्ट्रेचिंग
  • मजबूती वाले व्यायाम
  • हॉट और कोल्ड थेरेपी
  • सही पॉस्चर

यह नर्व पर दबाव कम करता है और इससे तेज़ राहत मिलती है।

3. इंजेक्शन (Nerve Block / Epidural Injection)

जब दर्द दवाओं और एक्सरसाइज से कम हो, तो डॉक्टर नस के पास दवा देते हैं जिससे सूजन घटती है।

4. सर्जरी (कम मामलों में)

सर्जरी तब की जाती है जब:

  • दर्द लगातार 3–4 महीने से बना हो
  • पैर बहुत कमजोर हो जाए
  • डिस्क बहुत ज्यादा बाहर जाए

आजकल मिनिमली इनवेसिव सर्जरी से मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं।

सायटिका में एक्सरसाइज

सही एक्सरसाइज नस पर दबाव कम करके दर्द घटाती हैं।

  • हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच
  • पिरिफॉर्मिस स्ट्रेच
  • कॅट-काऊ
  • ब्रिज पोज़
  • वॉल स्लाइड्स

क्या करें?

  • भारी वजन उठाना
  • आगे झुककर बैठना
  • नरम सोफा पर बैठना
  • अचानक झटके वाली गतिविधियाँ

घरेलू उपाय (Home Remedies for Sciatica)

आसान तरीके जो रोज़मर्रा में राहत देते हैं:

गर्म सिकाई

मांसपेशियों की जकड़न कम करती है।

ठंडी सिकाई

सूजन घटाने में मदद करती है।

हल्की मसाज

खिंचाव कम करती है।

सही बैठने का तरीका

कमर सीधी, पैर जमीन पर टिके हों।

आराम

बहुत ज्यादा चलना या बैठना दोनों से बचें।

सायटिका में डाइट

  • हल्दी, अदरक जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड
  • ओमेगा-3 (अलसी, अखरोट)
  • कैल्शियम विटामिन D
  • भरपूर पानी
  • वजन नियंत्रित रखना

सायटिका में बचाव कैसे करें?

  • लंबे समय तक एक ही पोज़िशन में बैठें
  • रोज़ 20–30 मिनट वॉक
  • सही बैठने और उठने की तकनीक
  • कंप्यूटर पर काम करते समय कमर सपोर्ट
  • नियमित व्यायाम

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

  • दर्द 7–10 दिन से लगातार बना हो
  • पैर में कमजोरी जाए
  • बाथरूम कंट्रोल कम हो
  • चलने में दिक्कत हो

निष्कर्ष

सायटिका कोई साधारण कमर दर्द नहीं है—यह नस दबने से होने वाला ऐसा दर्द है जो आपकी दिनचर्या, चलने-फिरने और नींद तक को प्रभावित कर सकता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि सही जानकारी, समय पर जांच और नियमित इलाज से इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
अधिकांश लोग दवाइयों, फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज से ही ठीक हो जाते हैं। जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव—जैसे सही पॉस्चर, हल्की स्ट्रेचिंग, वॉक और संतुलित वजन—सायटिका को दोबारा होने से भी रोकते हैं।

अगर दर्द लगातार बना रहे, पैर में कमजोरी आए या चलने में मुश्किल हो, तो देर न करें—डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
सही विशेषज्ञ और सही उपचार आपको फिर से बिना दर्द के सामान्य जीवन जीने में मदद करेंगे।

अपनी पीठ और नसों की सेहत का ध्यान रखें—क्योंकि स्वस्थ रीढ़ ही सक्रिय और खुशहाल जीवन की नींव है।

FAQ's

सायटिका क्या होता है?

सायटिका कमर से पैर तक जाने वाले नस दर्द को कहते हैं, जो सायटिक नर्व दबने से होता है। इसमें तेज़ दर्द, सुन्नपन और झुनझुनी महसूस होती है।

सायटिका दर्द क्यों होता है?

ज्यादातर मामलों में स्लिप डिस्क या नस दबने से सायटिका दर्द होता है। गलत पॉस्चर और लंबे समय तक बैठना भी कारण हैं।

सायटिका का इलाज कैसे होता है?

दवाई, फिजियोथेरेपी, स्ट्रेचिंग, इंजेक्शन और जरूरत पड़ने पर सर्जरी से सायटिका का इलाज होता है। ज्यादातर लोग बिना सर्जरी ठीक हो जाते हैं।

सायटिका कितने दिन में ठीक होता है?

हल्का सायटिका कुछ दिनों में ठीक हो सकता है, जबकि गंभीर मामलों में 4–6 सप्ताह लग सकते हैं। इलाज की नियमितता बहुत महत्वपूर्ण है।

सायटिका में कौन-सी एक्सरसाइज करें?

हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच, पिरिफॉर्मिस स्ट्रेच, कॅट-काऊ और ब्रिज पोज़ सबसे फायदेमंद हैं। डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लेकर करें।

सायटिका में कौन-सी दवा लेते हैं?

पेन रिलीवर, एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवाएं और मसल रिलैक्सेंट दिए जाते हैं। दवा हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें।

क्या सायटिका पूरी तरह ठीक हो सकता है?

हाँ, सही इलाज और नियमित व्यायाम से सायटिका पूरी तरह ठीक हो सकता है। जीवनशैली में सुधार बहुत जरूरी है।

सायटिका रात में क्यों बढ़ता है?

गलत सोने की पॉस्चर, मांसपेशियों की जकड़न और नस पर दबाव बढ़ने से सायटिका रात में तेज़ हो सकता है।

सायटिका में कौन-सी चीज़ें नहीं करनी चाहिए?

भारी वजन उठाना, ज्यादा झुकना, नरम सोफा पर बैठना और अचानक झटके वाली गतिविधियाँ करें।

सायटिका के घरेलू उपाय क्या हैं?

गर्म-ठंडी सिकाई, हल्की मसाज, आराम, और सही पॉस्चर दर्द को काफी कम करते हैं। हल्दी, अदरक जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड भी फायदेमंद हैं।

Ravi Kumar Gupta
Content Written & Approved by
Dr. Ravi Kumar Gupta
Chairman - ORTHOPAEDICS
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