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बारिश में होने वाली बीमारियां और उनका इलाज

बारिश में होने वाली बीमारियां और उनका इलाज
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By Dr. Pranjal Pankaj in Internal Medicine

Jul 18, 2025

बारिश का मौसम जहां एक तरफ ठंडक और ताजगी लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह कई बीमारियों का घर भी बन सकता है। हवा में नमी, गंदा पानी और बदलता तापमान शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्युनिटी) को प्रभावित करता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को बारिश में जल्दी संक्रमण हो जाता है।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे बारिश में होने वाली बीमारियां, उनके लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय। साथ ही आपके आम सवालों के जवाब भी देंगे।

बारिश में होने वाली सामान्य बीमारियां

1. डेंगू (Dengue)

डेंगू एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों (Aedes mosquito) के काटने से होती है।

लक्षण:

  • तेज बुखार
  • शरीर और आंखों में दर्द
  • लाल चकत्ते
  • थकावट

इलाज:

  • डॉक्टर की निगरानी में पैरासिटामोल
  • पानी और तरल पदार्थों का ज़्यादा सेवन
  • मच्छरों से बचाव जरूरी है

2. मलेरिया (Malaria)

मलेरिया भी मच्छर के काटने से होता है, लेकिन यह Anopheles मच्छर से फैलता है।

लक्षण:

  • बुखार के साथ ठंड लगना
  • पसीना आना 
  • सिरदर्द 
  • कमजोरी 

इलाज: 

  • ब्लड टेस्ट द्वारा पुष्टि 
  • डॉक्टर द्वारा दी गई मलेरिया की दवा 
  • बुखार के समय शरीर को ठंडा रखना 

3. टाइफाइड (Typhoid) 

यह बीमारी दूषित भोजन और गंदे पानी के ज़रिए होती है। 

लक्षण: 

  • तेज बुखार 
  • पेट दर्द 
  • भूख में कमी 
  • डायरिया या कब्ज 

इलाज: 

  • एंटीबायोटिक दवाएं 
  • हल्का और सुपाच्य भोजन 
  • भरपूर पानी पीना 

4. वायरल बुखार और सर्दी-खांसी 

मानसून में तापमान में उतार-चढ़ाव और बैक्टीरिया-वारयस के एक्टिव होने से वायरल संक्रमण होता है। 

लक्षण: 

इलाज: 

  • आराम करें 
  • घरेलू उपाय जैसे हल्दी वाला दूध, काढ़ा 
  • ज़रूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लें 

5. फंगल इंफेक्शन 

नमी और पसीने से त्वचा पर फंगल इंफेक्शन होने लगता है, खासकर जांघों, अंडरआर्म्स या पैरों में। 

लक्षण:

  • खुजली
  • लालपन
  • त्वचा पर छाले या पपड़ी

इलाज:

  • फंगल क्रीम का प्रयोग
  • साफ-सुथरे कपड़े पहनें
  • त्वचा को सूखा रखें

6. लूज मोशन और पेट संक्रमण

गंदे पानी या दूषित खाने से मानसून में लूज मोशन, उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्याएं होती हैं।

इलाज:

  • ORS, नींबू पानी, नारियल पानी
  • सुपाच्य आहार जैसे खिचड़ी
  • डॉक्टर से परामर्श लें यदि लक्षण 2 दिन से ज़्यादा रहें

मानसून में बीमारियों से बचाव के उपाय 

  • उबालकर पानी पिएं 
  • भीगे हुए कपड़े या जूते न पहनें 
  • मच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें 
  • बाहर का कट-फ्रूट या स्ट्रीट फूड खाने से बचें 
  • हाथों को साबुन से बार-बार धोएं 
  • इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं (आंवला, अदरक, तुलसी, हल्दी) 

बारिश में क्या खाएं और क्या नहीं 

खाएं: 

  • उबला हुआ और घर का ताजा खाना 
  • हल्दी वाला दूध 
  • सूप, काढ़ा और हर्बल चाय 
  • मौसमी फल जैसे अनार, पपीता 

न खाएं: 

  • बाहर का पानी या चाट 
  • अधपका या बासी खाना 
  • कटे फल जो खुले में रखे हों 
  • अधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन 

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

Q1: बारिश में कौन-कौन सी बीमारियां आम हैं? 

डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, वायरल बुखार, लूज मोशन, और फंगल इंफेक्शन सबसे ज़्यादा होते हैं। 

Q2: बारिश में बच्चों को कैसे सुरक्षित रखें? 

बच्चों को साफ-सुथरे कपड़े पहनाएं, बाहर की चीज़ें खाने से रोकें, और मच्छरों से बचाव के उपाय करें। 

Q3: बारिश में बुखार होने पर क्या करें? 

पानी पीते रहें, आराम करें, और बुखार ज़्यादा बढ़े तो डॉक्टर से संपर्क करें। 

Q4: मानसून में कौन-से फल खाने चाहिए? 

अनार, पपीता, सेब, और अमरूद इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। 

Q5: फंगल इंफेक्शन कैसे रोका जा सकता है? 

त्वचा को साफ और सूखा रखें, ढीले कपड़े पहनें और नमी वाली जगहों से बचें। 

निष्कर्ष 

बारिश का मौसम खुशनुमा तो होता है, लेकिन यह बीमारियों का खतरा भी साथ लाता है। ऐसे में जरूरी है कि हम साफ-सफाई का ध्यान रखें, सही खानपान अपनाएं और लक्षणों को पहचानते ही समय पर इलाज लें। 

याद रखें: 
जल्दी पहचान और सही इलाज से हम खुद को और अपने परिवार को बारिश के मौसम में स्वस्थ रख सकते हैं।

Dr. Pranjal Pankaj
Consultant • INTERNAL MEDICINE

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